राजस्थान की राजनीति में हलचल मची है कि कांग्रेस पार्टी ने प्रमुख नेता अमीन खान को सस्पेंड कर दिया है। अमीन खान को 5 बार विधायक रहते हुए पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में 6 साल के लिए सस्पेंड कर दिया गया है। यह निर्णय कांग्रेस पार्टी के नेताओं के बीच विवाद का विषय बन गया है।
अमीन खान ने बीते साल राजस्थान के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के लिए चुनाव लड़ा था। उन्होंने विधानसभा चुनाव में प्रतिष्ठान्वित नेता रविंद्र सिंह भाटी के खिलाफ मैदान में उतरकर चुनाव लड़ा था और विधानसभा सीट पर विजयी हुए थे।
हालांकि, अमीन खान के बाद उन्होंने लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी के रूप में खुद को पेश किया और वहां उन्हें रविंद्र सिंह भाटी ने समर्थन भी दिया था।

कांग्रेस पार्टी ने अमीन खान को पार्टी से सस्पेंड कर दिया है, जिसकी जानकारी बीते 26 अप्रैल को दी गई। उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में निलंबित किया गया है।
राजस्थान में लोकसभा चुनाव 2024 के लिए मतदान पूरा हो चुका है, और अब नतीजे 4 जून को घोषित किए जाएंगे। इस बीच, अमीन खान के सस्पेंड होने की घटना राजस्थान की राजनीतिक स्तिथि को और भी गंभीर बना देगी।

राजस्थान के राजनीतिक दायरे में इस बारे में काफी चर्चा हो रही है कि कांग्रेस ने अमीन खान को सस्पेंड क्यों किया। ज्यादातर लोग मानते हैं कि उन्हें निलंबित करने का प्रमुख कारण उनका पार्टी के लिए प्रचार न करना था, जिससे पार्टी को हानि हुई।
अमीन खान के खिलाफ पार्टी से सस्पेंड होने के बाद रविंद्र सिंह भाटी ने उनसे मुलाकात की है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर भी इस मुलाकात की तस्वीर शेयर की और अमीन खान की महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की।
अमीन खान के सस्पेंड होने के बाद कांग्रेस पार्टी की राजनीतिक गतिविधियों में एक नया दौर आएगा। इससे पहले भी कांग्रेस पार्टी के अंदर विवाद हुआ है, लेकिन अमीन खान के सस्पेंड होने से पार्टी के विधायक विधायकों के बीच और भी आंदोलन हो सकते हैं।