साइबर सेल ने हमास के समर्थन में खड़े होने की अपील करने वालों को सतर्क रहने की चेतावनी दी है। सोशल मीडिया पर गाजा पट्टी पर हुए हमलों की तस्वीरें और वीडियोज को बरगलाने की कोशिश कर रहे व्यक्तियों पर नजर रखी जा रही है। महाराष्ट्र में साइबर कंट्रोल रूम बनाया गया है, जिसका उपयोग युद्ध से जुड़े भ्रामक वीडियो और तस्वीरें शेयर करने वालों पर नजर रखने के लिए किया जा रहा है।

इस युद्ध के समय, सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे वीडियोज और तस्वीरों के माध्यम से लोगों को भ्रमित करके उन्हें फिलिस्तीन और हमास के समर्थन में उत्तेजित करने की कोशिश हो रही है। सोशल मीडिया अकाउंट्स पर प्रोपेगेंडा फैलाने वालों पर साइबर सेल नजर रख रही है और उन पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।

इस तरह की साजिशों में शामिल व्यक्तियों के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर भी नजर रहेगी और कानूनी एक्शन होगा। साइबर सेल ने प्रोपेगेंडा फैलाने वालों को चेतावनी देते हुए कहा है कि इसके खिलाफ कानूनी कदम उठाया जाएगा।

इस दौरान, इजराइल ने भी स्पष्ट किया है कि जब तक हमास इजराइली बंधकों को नहीं छोड़ते हैं, तब तक गाजा को किसी भी तरह की सहायता या सप्लाई नहीं मिलेगी। इजराइल ने गाजा में खाना, पानी, ईंधन, और बिजली की आपूर्ति रोकने का निर्णय लिया है।
साइबर सेल के द्वारा कहा गया है कि इस युद्ध के बीच फर्जी वीडियो बनाने और वायरल करने की साजिश रची जा रही है, और इस पर कानूनी कार्रवाई होगी।

इसके अलावा, इजराइल और हमास के बीच जारी युद्ध में भारतीय नागरिकों की स्वदेश वापसी जारी है 212 भारतीयों को लेकर एक विशेष विमान भारत आया है और केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने उनका स्वागत किया है। इस संदर्भ में, सार्वजनिक रूप से भारतीयों की स्वदेश वापसी की प्रक्रिया भी चर्चा का केंद्र बना हुआ है।भारतीयों की सुरक्षा के लिए भारत सरकार ने ऑपरेशन शुरू किया है और उन्हें बचाने के लिए समर्थन जारी है।