दिल्ली में लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों का ऐलान करने की प्रक्रिया शुरू की है, जिसमें कन्हैया कुमार का नाम भी शामिल था। लेकिन इस नाम को बाद में हटा दिया गया है। इस बारे में चर्चा करते समय, कुछ नेताओं ने इस नाम को हटाने का कारण बीजेपी द्वारा ‘टुकड़े-टुकड़े गैंग’ वाला नैरेटिव बनाने की चिंता को बताया है।

दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच गठबंधन की बातचीत चल रही है, और इसी के तहत कांग्रेस को 7 लोकसभा सीटों में से 3 पर उम्मीदवार उतारने का मौका मिलेगा। इस गठबंधन के तहत आपको दिल्ली में 3 सीटें मिली हैं, जिसका मतलब है कि यहां पर कांग्रेस को उम्मीदवारों की तलाश की जारी है।
जब सीईसी (सीनियर इकोनोमिक एडवाइजर) की बैठक में इन नामों पर चर्चा हुई, तो कन्हैया कुमार के नाम की भी चर्चा हुई। हालांकि, फिर उनका नाम हटा दिया गया। इसे लेकर चर्चा करते हुए, कुछ नेताओं ने बताया कि उनका नाम हटाया गया है क्योंकि बीजेपी किसान आंदोलन के समर्थन में उन्हें एक समर्थक के रूप में पेश कर सकती है। इससे ‘टुकड़े-टुकड़े गैंग’ वाला नैरेटिव फिर से तेज़ हो सकता है, जो कांग्रेस के लिए विपक्षी दलों द्वारा प्रयोग किया जाने वाला एक अभिशाप हो सकता है।

दिल्ली में कांग्रेस को उम्मीदवारों की चयन की जिम्मेदारी है, और इसे ध्यान में रखकर ही नामों का चयन किया जा रहा है। बाकी की तीन सीटों के लिए भी इस बारे में चर्चा हुई है, और आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच भी संघर्ष जारी है। इस चुनाव में दिल्ली के राजनीतिक माहौल में कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौतियाँ हैं, लेकिन पार्टी ने अपने उम्मीदवारों का चयन करने का निर्णय तेजी से लेने का फैसला किया है।