संजय सिंह ने अपने जेल से रिहाई के बाद उच्च स्पर्धा और आदर्शवाद की भावना के साथ अपने दल के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने जेल के बाहर आते ही कार्यकर्ताओं को प्रेरित किया और उन्हें संघर्ष करने की सलाह दी। उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ मुलाकात की और उनके आवास पर भी जाकर उनके साथ बातचीत की। उन्होंने अपने दल के ऑफिस में भी अपने विचार व्यक्त किए और वहां के कार्यकर्ताओं को साहस दिया।
संजय सिंह के जेल से रिहाई के बाद के विकेट में यह उच्च स्तरीय संदेश है कि वे और उनके दल के कार्यकर्ता आज भी तैयार हैं लड़ाई को आगे बढ़ाने के लिए। उन्होंने कहा कि वे लोगों की आवाज बनकर रहेंगे और दिल्ली की जनता की आवाज उठाने के लिए हमेशा तैयार रहेंगे। उन्होंने आगे कहा कि जेल में रहते हुए भी वे लोगों की मांगों को सुनते रहे और उनके हित के लिए संघर्ष करते रहेंगे।
संजय सिंह ने अपने संघर्ष से दिखाया कि उनकी पार्टी, आम आदमी पार्टी, वास्तव में जनता की आवाज को सुनने और उनकी समस्याओं का समाधान करने के लिए सच्ची प्रतिबद्धता और उत्साह के साथ काम कर रही है। उन्होंने अपने दल को मजबूती से उन्नति की दिशा में आगे बढ़ाने का संकल्प किया है।
इस दौरान, संजय सिंह ने भाजपा पर भी कड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा अपने राजनीतिक विरोधियों को जेल में डालकर उन्हें दबाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने भाजपा के नेताओं को भ्रष्टाचार के आरोप में घिराया और कहा कि जो अधिक भ्रष्टाचारी होते हैं, उन्हें उतने ही बड़े पदों पर बिठाया जाता है। इससे साफ है कि संजय सिंह की नजर में भाजपा की राजनीति और उनके तरीके सच्चाई को छिपाने के लिए काम कर रहे हैं।
संजय सिंह के वक्तव्य से स्पष्ट होता है कि आम आदमी पार्टी न केवल दिल्ली में बल्कि पूरे देश में एक बड़ा राजनीतिक आंदोलन का स्थान बन चुका है। उनके नेतृत्व में दल ने समाज में सच्ची परिवर्तन की आवश्यकता को समझा है और इसके लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने जनता के मुद्दों पर ध्यान देने का संकल्प लिया है और उन्हें उनकी आवाज को सरकार के कानों तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।
संजय सिंह के इस संदेश से स्पष्ट होता है कि आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता और नेता लोकतंत्र के मूल्यों और संविधान के प्रति पूरी तरह से समर्थ हैं। उन्होंने यह भी दिखाया है कि वे लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्ष करने के लिए हमेशा तैयार हैं और उनकी पार्टी लोगों की आवाज को सरकारी निर्णय लेने में मदद करने के लिए निरंतर प्रयासरत रहेगी।