दिल्ली पुलिस द्वारा हाल ही में गिरफ्तार किए गए ISIS आतंकी रिजवान अली से पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं, जो राजधानी दिल्ली में एक बड़ी साजिश को अंजाम देने की तैयारी में था। रिजवान अली की गिरफ्तारी से सुरक्षा एजेंसियों के बीच हड़कंप मच गया है, क्योंकि इस आतंकी की योजना दिल्ली में बड़े पैमाने पर आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की थी।
दिल्ली में ब्लास्ट की साजिश
जानकारी के अनुसार, रिजवान दिल्ली के जामिया और ओखला इलाकों में ब्लास्ट की तैयारी कर रहा था। उसने यमुना के तटीय इलाकों में कंट्रोल ब्लास्ट किए थे, जिससे यह साफ होता है कि वह किसी बड़े हमले की योजना बना रहा था। रिजवान ने पुणे में IED ब्लास्ट की ट्रेनिंग ली थी और वह ISIS के शीर्ष कमांडर फरतुल्लाह गोरी के सीधे संपर्क में था। इसके साथ ही, रिजवान दिल्ली में ISIS के नए मॉड्यूल को स्थापित करने की भी कोशिश कर रहा था, ताकि आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए एक मजबूत नेटवर्क तैयार किया जा सके।
फरतुल्लाह गोरी से सीधा संपर्क
पूछताछ में यह खुलासा हुआ है कि रिजवान लगातार फरतुल्लाह गोरी के संपर्क में था, जो ISIS के लिए नए आतंकवादियों को भर्ती करने और उन्हें ट्रेनिंग देने का काम करता है। रिजवान ने पुणे में IED ब्लास्ट की ट्रेनिंग ली थी और वहां के ISIS मॉड्यूल के पकड़े जाने के बाद वह दिल्ली आकर नए मॉड्यूल को तैयार करने में जुट गया था। सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, रिजवान की योजना दिल्ली में बड़े पैमाने पर ब्लास्ट करने की थी, जिसके लिए उसने पहले से ही कुछ स्थानों पर रेकी की थी।
पहले भी गिरफ्तार हो चुका है रिजवान
यह पहली बार नहीं है जब रिजवान पुलिस के शिकंजे में आया है। साल 2018 में भी उसे दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था, लेकिन लंबी पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया था। हालांकि, इस बार उसकी गिरफ्तारी के बाद सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से सतर्क हो गई हैं। दिल्ली के प्रमुख बाजारों जैसे सरोजिनी नगर मार्केट, लाजपत नगर मार्केट, और खान मार्केट में मोस्ट वॉन्टेड आतंकवादियों के पोस्टर चस्पा किए गए हैं, ताकि आम जनता भी सतर्क रहे और किसी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दी जा सके।
रिजवान पर 3 लाख रुपये का इनाम
रिजवान अली पर NIA द्वारा 3 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था। उसे दिल्ली-फरीदाबाद सीमा पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की एक टीम ने गिरफ्तार किया। उसके पास से एक अवैध बंदूक भी बरामद की गई है। इस गिरफ्तारी से पहले, रिजवान लंबे समय से फरार था और महाराष्ट्र और गुजरात के विभिन्न शहरों में छिपा रहा था।
दिल्ली और मुंबई के VVIP इलाकों की रेकी
सुरक्षा एजेंसियों की जांच में यह भी सामने आया है कि रिजवान ने अपने कुछ साथियों के साथ दिल्ली और मुंबई के VVIP इलाकों की रेकी की थी। उसकी योजना इन इलाकों में ब्लास्ट कर आतंक फैलाने की थी। दिल्ली पुलिस और अन्य जांच एजेंसियां अब अलर्ट मोड पर हैं और सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया गया है।
सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता
रिजवान अली की गिरफ्तारी से यह साफ हो गया है कि ISIS दिल्ली में अपने नेटवर्क को मजबूत करने की कोशिश में जुटा हुआ है। हालांकि, सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई ने इस साजिश को विफल कर दिया। रिजवान की गिरफ्तारी से ISIS की योजनाओं पर एक बड़ा झटका लगा है, लेकिन इसके बावजूद सुरक्षा एजेंसियां किसी भी संभावित खतरे को लेकर पूरी तरह सतर्क हैं।
दिल्ली में आतंकवादी गतिविधियों की साजिश का खुलासा होते ही सुरक्षा एजेंसियां चौकन्नी हो गई हैं। रिजवान अली जैसे आतंकियों की गिरफ्तारी से यह स्पष्ट हो गया है कि देश की सुरक्षा के लिए सतर्कता और सख्ती की जरूरत है। आम जनता को भी इस तरह के संदिग्ध गतिविधियों के प्रति जागरूक रहने की आवश्यकता है, ताकि समय रहते किसी भी साजिश को नाकाम किया जा सके।