धीरज साहू के मामले से एक सवाल उठता है कि आप अपने घर में कितना कैश रख सकते हैं? इस सवाल का जवाब पाने के लिए हमें इनकम टैक्स और कैश लेन-देन से जुड़े नियमों को समझना होगा।
धीरज साहू के मामले में यह खुलासा हुआ कि उनके घर से 351 करोड़ से ज्यादा रुपये कैश बरामद हुए हैं। इसके बाद, लोगों के मन में एक सामान्य सवाल उठता है कि आखिरकार एक व्यक्ति अपने घर में कितना कैश रख सकता है और कैसे?
सबसे पहले यह जान लें कि इनकम टैक्स के नियमों के अनुसार, घर में कैश रखने की कोई लिमिट तय नहीं की गई है। आप उतना कैश घर में रख सकते हैं, जितना आप सक्षम हों। लेकिन ध्यान रहे कि आपके पास पाई-पाई का हिसाब होना चाहिए और अगर आपके पास बहुत कैश है और अगर इनकम टैक्स की रेड पड़ती है तो आपको उसके स्त्रोत की जानकारी देनी होगी।
इसके अलावा, कैश लेन-देन से जुड़े कुछ और नियम हैं जो आपको जानना चाहिए। अगर आप एक बार में 50 हजार रुपये से ज्यादा कैश डिपॉजिट करते हैं या निकालते हैं, तो आपको पैन कार्ड दिखाना जरूरी है। इसके बारे में और नियम भी हैं, जैसे कि यदि आप एक साल में 20 लाख से ज्यादा कैश डिपॉजिट करते हैं, तो आपको पैन और आधार कार्ड दिखाना जरूरी है।
किसी भी प्रॉपर्टी या चीज की खरीददारी के लिए 30 लाख से ज्यादा कैश पेमेंट नहीं की जा सकती है और आगर आप एक बार में 1 लाख से ज्यादा का क्रेडिट या डेबिट कार्ड से ट्रांजैक्शन करते हैं तो उस पर भी जांच बैठ सकती है।
इसके अलावा, ध्यान रहे कि जो भी पैसा आपके पास है, उसमें इनकम टैक्स की चोरी नहीं होनी चाहिए। अगर ऐसा होता है तो आपके खिलाफ एक्शन हो सकता है और आपको जुर्माना लग सकता है एवं जेल भी जाना पड़ सकता है।
इस प्रकार, धीरज साहू के मामले ने हमें यह सिखाया है कि कैश लेन-देन और घर में कैश रखने से जुड़े नियमों को ठीक से समझना महत्वपूर्ण है ताकि हम भी सही तरीके से अपने वित्तीय प्रबंधन कर सकें।