लोकसभा चुनाव 2024 के प्रचार अभियान के समाप्ति के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक अद्वितीय और प्रेरणादायक कदम उठाते हुए कन्याकुमारी स्थित विवेकानंद रॉक मेमोरियल में ध्यान लगाना शुरू कर दिया है। यह स्मारक स्वामी विवेकानंद को समर्पित है और समुद्र के बीचोंबीच स्थित है, जो इसे एक अद्वितीय और शांतिपूर्ण स्थान बनाता है।
पीएम मोदी का ध्यान यात्रा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 मई की शाम से 1 जून की शाम तक ध्यान मुद्रा में बैठने का निर्णय लिया है। इस दौरान वे किसी भी प्रकार का अन्न ग्रहण नहीं करेंगे और केवल तरल आहार पर रहेंगे। इस 45 घंटे की ध्यान यात्रा के दौरान पीएम मोदी मौन रहेंगे और ध्यान कक्ष से बाहर नहीं निकलेंगे। उनके इस निर्णय से यह स्पष्ट होता है कि वे मानसिक और आध्यात्मिक शांति को कितना महत्व देते हैं, विशेषकर चुनावी अभियान के व्यस्त और तनावपूर्ण समय के बाद।
सामने आईं पीएम मोदी की तस्वीरें
कन्याकुमारी के विवेकानंद रॉक मेमोरियल में ध्यान मुद्रा में बैठे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीरें सामने आई हैं। इन तस्वीरों में वे ध्यान मुद्रा में बैठे हुए नजर आ रहे हैं, जो उनकी आध्यात्मिकता और ध्यान के प्रति उनकी गहरी आस्था को दर्शाता है। यह दृश्य न केवल उनके अनुयायियों को प्रेरणा देता है, बल्कि सभी के लिए एक उदाहरण प्रस्तुत करता है कि कैसे उच्चतम पदों पर होने के बावजूद, आंतरिक शांति और मानसिक स्थिरता को महत्व दिया जा सकता है।
सुरक्षा व्यवस्था
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस ध्यान यात्रा को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। उनके प्रवास के दौरान दो हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। इसके साथ ही भारतीय तटरक्षक बल और भारतीय नौसेना भी कड़ी निगरानी रखेगी। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि प्रधानमंत्री की इस निजी यात्रा के दौरान किसी प्रकार की असुविधा या सुरक्षा समस्या न हो।
अन्नामलाई का बयान
भाजपा नेता अन्नामलाई ने पत्रकारों से बातचीत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस यात्रा को पूरी तरह से निजी यात्रा बताया है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का यह ध्यान कार्यक्रम एक व्यक्तिगत और आध्यात्मिक यात्रा है, जिसका उद्देश्य मानसिक और आत्मिक शांति प्राप्त करना है। ध्यान लगाना शुरू करने से पहले, पीएम मोदी कुछ देर के लिए मंडप की ओर जाने वाली सीढ़ियों पर खड़े रहे, जो उनके गहरे श्रद्धा और ध्यान के प्रति उनके समर्पण को दर्शाता है।
विवेकानंद रॉक मेमोरियल
विवेकानंद रॉक मेमोरियल स्वामी विवेकानंद को समर्पित है और समुद्र के बीचोंबीच स्थित है। यह स्थान स्वामी विवेकानंद के जीवन और उनके संदेशों को समर्पित है, जिन्होंने अपने जीवन में ध्यान और आत्मनिरीक्षण को महत्व दिया। पीएम मोदी का यहां आकर ध्यान लगाना स्वामी विवेकानंद के प्रति उनकी श्रद्धा को दर्शाता है। यह स्मारक न केवल एक ऐतिहासिक स्थल है, बल्कि यह आध्यात्मिक ऊर्जा और शांति का स्रोत भी है।
ध्यान का महत्व
ध्यान एक ऐसी प्रक्रिया है जो मानसिक शांति और स्थिरता प्रदान करती है। यह व्यक्ति को अपने आंतरिक स्व से जुड़ने का अवसर देता है और मानसिक तनाव को कम करने में मदद करता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ध्यान लगाना यह संदेश देता है कि चाहे आप कितने भी व्यस्त और महत्वपूर्ण पद पर क्यों न हों, आंतरिक शांति और मानसिक स्थिरता के लिए ध्यान का अभ्यास आवश्यक है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ध्यान यात्रा न केवल उनके अनुयायियों के लिए प्रेरणा है, बल्कि यह सभी के लिए एक संदेश है कि आध्यात्मिकता और ध्यान का अभ्यास कितना महत्वपूर्ण है। यह यात्रा दिखाती है कि मानसिक और आध्यात्मिक शांति पाने के लिए व्यक्ति को समय निकालना चाहिए और अपने आंतरिक स्व से जुड़ने का प्रयास करना चाहिए। पीएम मोदी का यह कदम उनके व्यक्तित्व का एक महत्वपूर्ण पहलू उजागर करता है, जो न केवल एक नेता के रूप में बल्कि एक आध्यात्मिक व्यक्ति के रूप में भी उनकी छवि को मजबूत करता है।