उत्तर प्रदेश के इटावा लोकसभा क्षेत्र के औरैया जनपद में 13 मई को सम्पन्न हुए मतदान के बाद, इंडी अलायंस (I.N.D.I. Alliance) के नेता और कार्यकर्ता ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) की निगरानी में जुट गए हैं। यह सभी ईवीएम मशीनें औरैया में स्थित मंडी समिति के स्ट्रॉन्ग रूम में कड़ी सुरक्षा के बीच रखी गई हैं। बावजूद इसके, इंडी अलायंस के नेता और कार्यकर्ता, विशेषकर समाजवादी पार्टी (सपा) के सदस्य, दिन-रात शिफ्ट में ड्यूटी कर इन मशीनों की रखवाली कर रहे हैं।
औरैया जनपद की तीन विधानसभा सीटों में दो विधानसभा औरैया और दिबियापुर इटावा लोकसभा का हिस्सा हैं, जबकि बिधूना विधानसभा कन्नौज लोकसभा क्षेत्र में आती है। यहां से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव प्रत्याशी हैं। मतदान के बाद, सभी ईवीएम मशीनों को पैरा मिलिट्री फोर्स की निगरानी में स्ट्रॉन्ग रूम में रखा गया है, फिर भी विपक्षी गठबंधन के कार्यकर्ताओं ने अपनी सतर्कता बढ़ा दी है।
शिफ्ट लगाकर EVM की निगरानी

इंडी अलायंस के नेता और कार्यकर्ता शिफ्ट में ड्यूटी कर ईवीएम की निगरानी कर रहे हैं। उनका कहना है कि जनता का सरकार पर भरोसा कम हो गया है, और लोग चाहते हैं कि उनके वोट सुरक्षित रहें। सपा के नेता अमित यादव ने कहा कि पिछले चुनावों में इस तरह की घटनाएं सामने आई थीं जहाँ ईवीएम लोडर या ऑटो में छुपाकर ले जाई जा रही थीं। इन घटनाओं के कारण पार्टी ने निर्देश दिए हैं कि कुछ लोग ईवीएम की सुरक्षा में मुस्तैद रहें। इसी क्रम में सपा के कार्यकर्ता स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर दिन-रात पहरा दे रहे हैं।
जनता की चिंता और नेताओं की प्रतिक्रिया
सपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय महासचिव पल्लवी पाल ने कहा कि क्षेत्र की जनता ने भारी मात्रा में सपा के पक्ष में मतदान किया है, लेकिन उन्हें आशंका है कि उनके वोटों के साथ छेड़छाड़ की जा सकती है। इसलिए, पार्टी ने कार्यकर्ताओं को शिफ्ट के अनुसार ड्यूटी लगाकर ईवीएम की सुरक्षा करने का निर्देश दिया है।
सुरक्षा और सतर्कता के बावजूद चिंता
यह ध्यान देने योग्य है कि ईवीएम मशीनें पैरा मिलिट्री फोर्स की निगरानी में हैं, जो कि एक उच्च स्तरीय सुरक्षा प्रबंध है। फिर भी, इंडी अलायंस के कार्यकर्ताओं का इस प्रकार से ड्यूटी करना यह दर्शाता है कि चुनावी प्रक्रिया और परिणामों के प्रति कितनी असुरक्षा और अविश्वास व्याप्त है। यह स्थिति न केवल राजनीतिक दलों के बीच बल्कि आम जनता के बीच भी स्पष्ट है।
राजनीतिक माहौल और पूर्व के अनुभव

तेज प्रताप यादव और अन्य विपक्षी नेताओं के बयानों से यह साफ है कि उन्हें वर्तमान सरकार और चुनाव आयोग पर भरोसा नहीं है। पूर्व के चुनावों में हुई घटनाओं और अनियमितताओं के वीडियो ने इस अविश्वास को और बढ़ा दिया है। इस बार के चुनाव में किसी भी प्रकार की धांधली या अनियमितता से बचने के लिए, विपक्षी दल पूरी तैयारी कर रहे हैं।
सपा कार्यकर्ताओं की भूमिका
सपा कार्यकर्ताओं की इस पहल से यह स्पष्ट हो जाता है कि वे अपने समर्थकों के वोट की सुरक्षा को लेकर कितने सजग हैं। इस सतर्कता से यह भी संकेत मिलता है कि आने वाले चुनावों में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी से निपटने के लिए विपक्षी दल पूरी तरह से तैयार हैं।
इंडी अलायंस के नेता और कार्यकर्ताओं का ईवीएम की निगरानी में दिन-रात शिफ्ट लगाकर ड्यूटी करना इस बात का प्रतीक है कि वे किसी भी प्रकार की अनियमितता से निपटने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। यह स्थिति चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता के प्रति जनता और राजनीतिक दलों की उम्मीदों को भी दर्शाती है। इस प्रकार की सतर्कता से यह उम्मीद की जा सकती है कि चुनावी प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और निष्पक्ष होगी, और जनता का भरोसा भी कायम रहेगा।