कहा पिछले 25 सालों से ठग रही है हमे सरकार, बिहार को डिजिटल बनाने में हमलोगों का है महत्वपूर्ण योगदान। राज्य स्तरीय डाटा एंट्री, कंप्यूटर ऑपरेटर संघ तथा राज्य स्तरीय डाटा एंट्री आपरेटर संगठित मंच के तत्वाधान में एकल मांग, विभागीय सेवा समायोजन को लेकर जिले में बेल्ट्रॉन के माध्यम से आउटसोर्स पर कार्यरत डाटा एंट्री ऑपरेटर/अंशु लिपि/ प्रोग्रामर/ आईटी बॉय एवं गर्ल द्वारा मंगलवार को जिला मुख्यालय बिहार शरीफ में दो दिवसीय सांकेतिक हड़ताल की शुरुआत की गई।
राज्य स्तरीय डाटा एंट्री/कंप्यूटर ऑपरेटर मंच के जिला अध्यक्ष नीतीश कुमार वर्मा ने बताया कि डाटा एंट्री ऑपरेटर के द्वारा वर्ष 1997 से बेल्ट्रॉन के माध्यम से अब तक राज्य से लेकर जिला व प्रखंड स्तर तक आउटसोर्स व्यवस्था के तहत कार्य लिया जा रहा है। लेकिन सरकार द्वारा भेद भावपूर्ण रवैया अपनाते हुए उनकी एकल मांग विभागीय सेवा समायोजन को लगातार अनदेखी की जा रही है। 5 नवंबर 2023 को राज्य के सभी जिलों में भी जिला स्तर पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन शांतिपूर्वक किया गया था। साथ ही 6 नवंबर से लेकर 11 नवंबर तक काली पट्टी लगाकर अपने-अपने कार्यालय में कार्य किया गया था। परंतु सरकार के कानों पर अब तक जूं नहीं रेंग रहा है।
हम सभी अपनी सेवा लगभग 25 वर्षों से पूरी लगन के साथ दे रहे हैं एवं बिहार को डिजिटल बनाने में हम लोगों का अहम योगदान है। फिर भी हम लोगों को सिर्फ छला गया है। यदि सरकार सकारात्मक बातचीत एवं पहल नहीं करती है तो मजबूर होकर 28 और 29 नवंबर को सांकेतिक हड़ताल पर है। इसके बावजूद भी हमारी मांग पर सरकार की ओर से कोई ठोस सकारात्मक विचार नहीं किया जाता है तो डाटा एंट्री ऑपरेटर मंच बाध्य होकर भविष्य में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर भी जा सकता है।
इस मौके पर जितेंद्र कुमार, राहुल कुमार, अमित कुमार, मोना कुमारी, रामप्रवेश कुमार, नवीन कुमार, पंकज कुमार आदि लोग उपस्थित रहे।