अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की जान एक बार फिर बाल-बाल बच गई है। शनिवार सुबह एक बड़ा हादसा उस वक्त टल गया, जब ट्रंप के प्राइवेट जेट में अचानक तकनीकी खराबी आ गई और विमान को इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी। इस घटना के बाद अमेरिकन पुलिस और एयरपोर्ट अधिकारियों के बीच हड़कंप मच गया।
क्या हुआ था हादसे के वक्त?
डोनाल्ड ट्रंप अपने प्राइवेट जेट से मोंटाना जा रहे थे, जहां उन्हें एक चुनावी रैली में हिस्सा लेना था। विमान ने उड़ान भरी ही थी कि अचानक उसमें झटके आने लगे। विमान के क्रू मेंबर्स ने तुरंत इस समस्या का पता लगाने की कोशिश की और यह सामने आया कि विमान के इंजन में कुछ तकनीकी खराबी आ गई है। पायलट ने स्थिति को भांपते हुए फौरन इमरजेंसी लैंडिंग की तैयारी शुरू की और नजदीकी एयरपोर्ट पर एटीसी अधिकारियों से संपर्क किया।
बिलिंग्स लोगान इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग
एटीसी से संपर्क करने के बाद पायलट ने बिलिंग्स लोगान इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर विमान की सुरक्षित लैंडिंग कराई। एयरपोर्ट अधिकारियों ने तत्काल राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए। डोनाल्ड ट्रंप को कड़ी सुरक्षा के बीच विमान से उतारकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। एयरपोर्ट की तकनीकी टीम ने तुरंत विमान की जांच शुरू की, ताकि यह पता लगाया जा सके कि खराबी किस कारण से आई थी।
क्यों करानी पड़ी इमरजेंसी लैंडिंग?
बिलिंग्स लोगान इंटरनेशनल एयरपोर्ट की अधिकारी जेनी मॉकल ने मीडिया से बात करते हुए इस घटना की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि डोनाल्ड ट्रंप के प्लेन में टेक्निकल फॉल्ट आ गया था। उड़ान भरने के बाद विमान झटके खाने लगा, जिसके बाद पायलट ने तुरंत इमरजेंसी लैंडिंग का फैसला लिया। क्रू मेंबर्स ने जब विमान की जांच की तो पता चला कि इंजन में तकनीकी खराबी आ गई थी, जो विमान के लिए गंभीर खतरा साबित हो सकती थी। पायलट की सूझबूझ और त्वरित कार्रवाई की वजह से एक बड़ा हादसा टल गया और ट्रंप को सुरक्षित उतार लिया गया।
ट्रंप का सफर हुआ बाधित
घटना के बाद डोनाल्ड ट्रंप को सड़क मार्ग से मोंटाना के लिए रवाना कर दिया गया। ट्रंप को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के बाद विमान की जांच की जा रही है। एयरपोर्ट की तकनीकी टीम प्लेन में आई खराबी को दूर करने के लिए प्रयासरत है। अगर विमान को ठीक कर लिया जाता है, तो ट्रंप इसी विमान से वापस जाएंगे। लेकिन अगर किसी कारणवश टेक्निकल टीम इस समस्या को हल नहीं कर पाई, तो उन्हें दूसरा विमान उपलब्ध कराया जाएगा।
ट्रंप पर हुए हमले की यादें ताजा
इस घटना ने एक बार फिर जुलाई 2024 की उस घटना की याद दिला दी, जब डोनाल्ड ट्रंप पर एक चुनावी रैली के दौरान फायरिंग हुई थी। उस वक्त ट्रंप के कान को छू कर एक गोली निकल गई थी। हमलावर को मौके पर ही ढेर कर दिया गया था, लेकिन इस घटना ने पूरे अमेरिका और दुनिया भर में हड़कंप मचा दिया था। एफबीआई ने इस मामले की जांच की, लेकिन असली हमलावर के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई थी। इस घटना की पूरी दुनिया में निंदा की गई थी और ट्रंप की सुरक्षा को लेकर सवाल उठे थे।
राष्ट्रपति चुनाव की तैयारी में जुटे ट्रंप
डोनाल्ड ट्रंप इस समय अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव के उम्मीदवार हैं। 5 नवंबर को होने वाले चुनाव में ट्रंप रिपब्लिकन पार्टी की ओर से उम्मीदवार हैं, जबकि उनके सामने डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से कमला हैरिस चुनावी मैदान में हैं। दोनों के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही है। ट्रंप अपने चुनाव प्रचार में जोर-शोर से जुटे हुए हैं और मोंटाना में होने वाली उनकी रैली भी इसी सिलसिले में थी।
डोनाल्ड ट्रंप के विमान की इमरजेंसी लैंडिंग की घटना ने एक बार फिर उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। पायलट की सूझबूझ और तकनीकी टीम की तत्परता की वजह से एक बड़ा हादसा टल गया। ट्रंप की इस घटना के बाद उनका चुनावी अभियान भी प्रभावित हो सकता है, लेकिन उनकी सुरक्षितता सुनिश्चित करना अब सबसे महत्वपूर्ण बन गया है। आगामी राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप की भूमिका बेहद अहम मानी जा रही है, और इस तरह की घटनाएं उनकी सुरक्षा के साथ-साथ उनकी राजनीतिक स्थिति को भी प्रभावित कर सकती हैं।