रूस ने अंतरिक्ष में एक और रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। रूसी अंतरिक्ष यात्री ओलेग कोनोनेंको ने रविवार को अंतरिक्ष में 878 दिन से अधिक समय बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया है। उन्होंने अपने ही देश के एक अंतरिक्ष यात्री का रिकॉर्ड तोड़ा है। अभी उम्मीद है कि वह 1100 दिन से अधिक समय बिताने के बाद धरती पर वापस लौटेंगे।
यूक्रेन से चल रहे युद्ध के बीच रूस ने अंतरिक्ष में बड़ा कमाल कर दिखाया है। दुनिया का कोई देश भी जो नहीं कर सका, उसे करके रूस ने पूरे विश्व को हैरान कर दिया है। रूसी अंतरिक्ष यात्री ने अंतरिक्ष में सर्वाधिक 878 दिनों से अधिक समय बिताने का विश्व रिकॉर्ड बनाया है। बता दें कि रूसी अंतरिक्ष यात्री ओलेग कोनोनेंको ने रविवार को अंतरिक्ष में कुल समय बिताने का विश्व रिकॉर्ड बनाया। रूस के अंतरिक्ष निगम ने कहा कि उन्होंने अपने हमवतन गेन्नेडी पदाल्का को पीछे छोड़ दिया, जिन्होंने कक्षा में 878 दिनों से ज्यादा समय बिताया था।
रोस्कोस्मोस ने कहा, कोनोनेंको के 5 जून को अंतरिक्ष में कुल 1,000 दिन पूरे करने की उम्मीद है और सितंबर के अंत तक वह 1,110 दिन पूरे कर लेंगे। कोनोनेंको ने अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) से एक साक्षात्कार में टीएएसएस को बताया, “मैं अपना पसंदीदा काम करने के लिए अंतरिक्ष में उड़ान भरता हूं, रिकॉर्ड बनाने के लिए नहीं।” वह पृथ्वी से लगभग 263 मील (423 किमी) की दूरी पर परिक्रमा कर रहा है। उम्मीद है कि वह 5 जून को अंतरिक्ष में कुल 1,000 दिन पूरे कर लेगा और सितंबर के लास्ट तक वह 1,110 दिन पूरे कर लेगा।
रूस ने कहा उपलब्धियों पर गर्व
रूसी अंतरिक्ष यात्री ने बताया “मुझे अपनी सभी उपलब्धियों पर गर्व है, लेकिन मुझे इस बात पर अधिक गर्व है कि अंतरिक्ष में मानव प्रवास की कुल अवधि का रिकॉर्ड अभी भी एक रूसी अंतरिक्ष यात्री के पास है। रोस्कोस्मोस ने कहा कि 59 वर्षीय खिलाड़ी ने पाडल्का ने कुल 878 दिन, 11 घंटे, 29 मिनट और 48 सेकंड का समय अर्जित किया था। मगर अब एक रूसी ने ही उस रिकॉर्ड को तोड़ दिया है।
अंतरिक्ष दौड़ के शुरुआती वर्षों में सोवियत संघ ने पृथ्वी की कक्षा में उपग्रह लॉन्च करने वाला पहला देश बनकर पश्चिम को चौंका दिया था। 1957 में स्पुतनिक 1 – और फिर सोवियत अंतरिक्ष यात्री यूरी गगारिन 1961 में अंतरिक्ष में यात्रा करने वाले पहले व्यक्ति बने। लेकिन 1991 में सोवियत संघ के पतन के बाद, रूस का अंतरिक्ष कार्यक्रम बड़े पैमाने पर धन की कमी और भ्रष्टाचार से जूझने लगा था। अधिकारियों और अंतरिक्ष विश्लेषकों के अनुसार, राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के अधीन अधिकारियों ने बार-बार रूस के अंतरिक्ष कार्यक्रमों में गिरावट को दूर करने की कसम खाई है, हालांकि गंभीर समस्याएं अभी भी बनी हुई हैं।