सूत्रों के मुताबिक, ईडी ने शनिवार को मुख्यमंत्री को एक पत्र भेजा था, जिसमें उनसे 16 जनवरी से 20 जनवरी के बीच मामले में पूछताछ के लिए उपलब्ध रहने को कहा गया था।

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आखिरकार प्रवर्तन निदेशालय यानी की ईडी के सामने अपान बयान दर्ज करवाने को तैयार हो गए हैं। बता दें कि सोरेन के खिलाफ ईडी मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में जांच कर रही है और उनपर गिरफ्तारी की तलवार लटकी है। ईडी ने सोरेन को इससे पहले 7 बार समन भेजा था लेकिन वह एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए थे। हालांकि, ईडी के ताजा पत्र के बाद सोरेन पूछताछ के लिए तैयार हो गए हैं।
ईडी को ही सीएम कार्यालय बुलाया

सूत्रों की रिपोर्ट के मुताबिक, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने ED को कहा है कि वह मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 20 जनवरी को उनके सचिवालय में आकर उनका बयान दर्ज कर सकते है। सूत्रों के मुताबिक, ईडी ने शनिवार को मुख्यमंत्री को एक पत्र भेजा था, जिसमें उनसे 16 जनवरी से 20 जनवरी के बीच मामले में पूछताछ के लिए उपलब्ध रहने को कहा गया था।
दवाब बनाने की कोशिश- सोरेन

बिते कुछ समय पहले हुई विधायक दल की बैठक में सीएम हेमंत सोरेन ने विधायकों से कहा था कि ईडी की कार्रवाई उन पर दबाव बनाने के लिए की जा रही है। हालात जो भी होंगे उनका सामना करना पड़ेगा। मीटिंग के दौरान हेमंत सोरेन ने अपने मीडिया सलाहकार के घर की जा रही ED की कार्रवाई का भी जिक्र किया। सीएम ने विधायकों को बताया कि उनके मीडिया सलाहकार के कमरे के ताले को ED ने चार लोगों से मिलकर तुड़वाया, आगे भी दबाव बनाने की कोशिश जारी रह सकती है। ऐसे में किसी भी तरह के राजनैतिक हालात का सामना करना पड़ सकता है।
क्या है मामला?
केंद्रीय जाँच एजेंसी 12 से अधिक भूमि सौदों की जांच पड़ताल कर रही है, जिनमें रक्षा भूमि से संबंधित 1 सौदा भी शामिल है, जिसमें बिचौलियों, माफिया और नौकरशाहों के एक समूह ने 1932 की तिथि तक के फर्जी दस्तावेज बनाने के लिए कथित तौर पर मिलीभगत की थी। ईडी ने झारखंड में अब तक कई लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें सोरेन के राजनीतिक सहयोगी पंकज मिश्रा का भी नाम शामिल हैं।