यूट्यूब, एक ऐसा मीडिया प्लेटफ़ॉर्म है जो आजकल सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए सोशल मीडिया, एंटरटेनमेंट, शिक्षा और समाचार का मुख्य स्रोत बन गया है। हालांकि, कुछ चैनल नकली और फर्जी खबरों के माध्यम से ज्यादा ट्रैफिक बढ़ाने के लिए असत्य जानकारियों का इस्तेमाल करते हैं, जिससे सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स की विश्वसनीयता पर सवाल उठता है।
भारत सरकार ने अब यह गंभीर चिंता का मुद्दा बना दिया है और इस समस्या का समाधान करने के लिए कदम उठाया है। आधिकारिक सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यवर्ती दिशानिर्देश और डिजिटल मीडिया आचार संहिता) नियम, 20 के तहत यह चैनलों को ब्लॉक किया गया है, जिन्होंने नकली सूचनाएं या फर्जी खबरें प्रस्तुत करके लोगों को गुमराह किया है।
पिछले एक वर्ष में, यानी दिसंबर 2022 से लेकर अब तक, प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) ने 26 ऐसे यूट्यूब चैनलों का पर्दाफाश किया है जो गलत सूचनाएं और फर्जी समाचार प्रस्तुत करते रहे थे। इस समय के दौरान, यह चैनल नियमित रूप से सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर गलत सूचनाएं प्रस्तुत करके ज्यादा ट्रैफिक बनाने का प्रयास कर रहे थे।
इस नए कदम के साथ, भारत सरकार ने साफ संकेत दिया है कि वह ऐसे चैनलों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करने का निर्णय ली है जो फर्जी सूचनाएं और नकली खबरों को बढ़ावा देने में लगे हैं। इसका उद्देश्य यह है कि लोगों को सही और विश्वसनीय सूचना पहुंचाई जाए, ताकि वे सही रूप से सूचित हो सकें और गुमराही से बचा जा सके।