फ्रांस ने सीरिया के राष्ट्रपति बशर असद और तीन सैन्य जनरलों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है, इसकी वजह से वहां के राजनीतिक और सुरक्षा मामलों में उच्चतम स्तर की तनाव बढ़ गई है। इसमें सीरिया के राष्ट्रपति असद के भाई माहेर असद और सीरियाई सेना के दो जनरल, घासन अब्बास और बासम अल-हसन शामिल हैं।
गिरफ्तारी वारंट के अनुसार, इन व्यक्तियों के खिलाफ युद्ध अपराधों और मानवता के खिलाफ अपराधों के आरोप हैं, जिनमें 2013 में दमिश्क के उपनगरों में हुए रासायनिक हमले भी शामिल हैं। फ्रांसीसी न्यायिक अधिकारी ने इसे एक सकारात्मक कदम के रूप में देखा है और इस विचार में फ्रांसीसी समाज ने इसे सराहना भी की है।
फ्रांसीसी न्यायिकों का कहना है कि इस स्टेप के पीछे युद्ध अपराधों की जांच के लिए जिम्मेदारीपूर्णता और न्यायिक न्यायालय की मानवता और युद्ध अपराधों के खिलाफ अपराधों की विशेष इकाई के द्वारा की जा रही है। इसमें यह भी समाहित है कि गिरफ्तारी वारंट के चलते विशेषज्ञ टीमें फ्रांस द्वारा सीरिया में पैदा होने वाले युद्ध अपराधों की जांच के लिए भेजी जा सकती हैं।
इस स्थिति में, फ्रांस द्वारा की गई गिरफ्तारी का प्रतिक्रियात्मक रूप से संपर्क किया जा रहा है और सीरिया के संबंधित अधिकारियों से इस पर प्रतिक्रिया आने की उम्मीद है।