गौतम अडानी एक बार फिर से 100 अरब डॉलर क्लब में शामिल हो गए हैं। अडानी ग्रुप के चेयरमैन और देश के दूसरे सबसे अमीर शख्स गौतम अडानी ने ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार सोमवार को 100 अरब डॉलर का आंकड़ा छू लिया। इस उपलब्धि के पीछे अडानी ग्रुप के शेयरों में तेजी का योगदान है। उनकी संपत्ति में सोमवार को 60 मिलियन डॉलर का इजाफा हुआ और इस साल अब तक उनकी संपत्ति में 16.2 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हो चुकी है। गौतम अडानी अमीरों की लिस्ट में एक पायदान ऊपर चढ़कर 14वें स्थान पर पहुंच गए हैं।
इसके विपरीत, भारत और एशिया के सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी की संपत्ति में भी इजाफा हुआ है, लेकिन अमीरों की लिस्ट में उनकी रैंकिंग एक स्थान फिसल गई है। रिलायंस इंडस्ट्री के चेयरमैन मुकेश अंबानी की नेटवर्थ 986 मिलियन डॉलर की बढ़त के साथ 110 अरब डॉलर पर पहुंच गई है। हालांकि, वह दुनिया के सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में एक स्थान नीचे आकर 12वें पायदान पर पहुंच गए हैं। इस साल अब तक उनकी संपत्ति में 13.7 अरब डॉलर का इजाफा हुआ है।
दुनिया के टॉप-5 अमीरों की लिस्ट में फ्रांस के बर्नार्ड अरनॉल्ट पहले स्थान पर बने हुए हैं। उनकी नेटवर्थ सोमवार को 1.05 अरब डॉलर की गिरावट के साथ 220 अरब डॉलर रह गई है। अमेजन के को-फाउंडर जेफ बेजोस 207 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ दूसरे स्थान पर हैं। टेस्ला और स्पेसएक्स के मालिक एलन मस्क 190 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ इस लिस्ट में तीसरे स्थान पर हैं। मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग 168 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ चौथे स्थान पर हैं। वहीं, लैरी पेज 156 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ इस लिस्ट में पांचवें स्थान पर हैं।
अमीरों की इस लिस्ट में टॉप-11 में से 10 अमेरिका से हैं। और टॉप-14 में से 2 भारत से हैं। दुनिया के टॉप-20 सबसे अमीर लोगों में 5 देशों से लोग शामिल हैं। इनमें 14 लोग अमेरिका से, 2 फ्रांस से, 2 भारत से, एक मेक्सिको से और एक स्पेन से हैं।
गौतम अडानी और मुकेश अंबानी के बीच की प्रतिस्पर्धा न केवल भारत में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी चर्चा का विषय बनी रहती है। दोनों उद्योगपतियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान दिया है और भारतीय अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। गौतम अडानी का अडानी ग्रुप प्रमुख क्षेत्रों में सक्रिय है, जिसमें ऊर्जा, पोर्ट्स, खनिज और खाद्य प्रसंस्करण शामिल हैं। दूसरी ओर, मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज प्रमुख रूप से पेट्रोकेमिकल्स, रिफाइनिंग, और टेलीकॉम में अपनी मजबूत उपस्थिति बनाए हुए है।
गौतम अडानी के 100 अरब डॉलर क्लब में फिर से शामिल होने से यह स्पष्ट होता है कि भारतीय उद्योगपति वैश्विक मंच पर कितने प्रभावशाली हो चुके हैं। यह केवल उनकी मेहनत और उनके समूह की व्यापारिक रणनीतियों का परिणाम नहीं है, बल्कि यह भारतीय उद्योग जगत के विकास की कहानी भी बताता है। अडानी ग्रुप के शेयरों में तेजी और उनके विविधीकृत व्यापारिक मॉडल ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है।
मुकेश अंबानी और गौतम अडानी दोनों ही भारतीय उद्योग जगत के प्रमुख स्तंभ हैं, और उनकी सफलता की कहानियां भारतीय युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं। उनके व्यापारिक उपक्रमों ने न केवल भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूती दी है, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारत की आर्थिक शक्ति को भी स्थापित किया है।
अंत में, यह कहना उचित होगा कि भारतीय उद्योगपतियों की वैश्विक सूची में ऊंची रैंकिंग भारत के आर्थिक प्रगति का प्रतीक है। यह हमें यह भी याद दिलाता है कि सही रणनीति, मेहनत और दूरदृष्टि के साथ भारतीय उद्योगपति भी विश्व के सबसे धनी व्यक्तियों की सूची में अपनी जगह बना सकते हैं। गौतम अडानी और मुकेश अंबानी की सफलता की कहानियां केवल व्यक्तिगत उपलब्धियों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि ये भारतीय उद्योग और अर्थव्यवस्था के लिए एक बड़ी प्रेरणा हैं।