नालंदा जिले के करायपशुराय प्रखंड क्षेत्र के चंदकुरा गांव में ट्रांसफार्मर के जलने के बाद के घटनाक्रम को विस्तार से समझाते हुए, यह कह सकते हैं कि ग्रामीणों ने इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया है।
ट्रांसफार्मर के जलने के परिणामस्वरूप पिछले दो महीनों से गांव के पूरे मोहल्ले में अंधेरा छाया हुआ है, जिसका सीधा प्रभाव पेयजल की आपूर्ति पर भी पड़ रहा है।साथ ही, सिंचाई में समस्या उत्पन्न हो रही है। इससे ग्रामीणों का जीवन और कृषि कार्यों पर भी बुरा असर पड़ रहा है।
नाराज होकर, ग्रामीणों ने मंगलवार को फतुहा इस्लामपुर मुख्य सड़क को जाम कर दिया, जिससे सड़क परिवहन को पूरी तरह से बाधित हो गया। सड़क जाम होने से गाड़ियों की लंबी कतारें खड़ी हो गई और आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया।
इस स्थिति के बाद, सड़क जाम की सूचना मिलते ही पुलिस और विद्युत विभाग के अधिकारी उग्र लोगों को समझाने का प्रयास किया और उन्होंने वादा किया कि 24 घंटे के भीतर नया ट्रांसफार्मर लगवाया जायेगा। इसके परिणामस्वरूप, ग्रामीणों ने सड़क जाम समाप्त कर दिया। यह घटना दिखाती है कि जब ग्रामीणों के जीवन और कृषि कार्यों पर सीधा प्रभाव पड़ता है, तो वे अपने हक की प्राप्ति के लिए सड़कों पर उतर सकते हैं और अपने मुद्दे को आवाज देने के लिए हंगामा कर सकते हैं।