बांग्लादेश में मौजूदा राजनीतिक और सामाजिक संकट के चलते हालात काफी बिगड़ गए हैं। भीषण आगजनी और हिंसा के बीच हालात बेहद खराब हो गए हैं। पांच अगस्त को प्रधानमंत्री शेख हसीना ने पद से इस्तीफा दे दिया। इस बीच, पूर्व प्रधानमंत्री के बेटे साजीब वाजेद जॉय ने देश के सुरक्षा बलों से संविधान की रक्षा करने और किसी भी अनिर्वाचित सरकार को सत्ता में न आने देने का आह्वान किया है।
देश में बिगड़ते हालात
शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देनेऔर देश छोड़ने के बाद भी प्रदर्शनकारी सड़कों पर डटे हुए हैं। वे आवामी लीग के नेताओं और अधिकारियों को निशाना बना रहे हैं। इस राजनीतिक संकट के बीच बांग्लादेश में हिंसा का दौर जारी है। प्रदर्शनकारियों द्वारा की जा रही हिंसा और आगजनी के कारण देश में हालात बेकाबू हो गए हैं।
साजीब वाजेद जॉय का आह्वान
शेख हसीना के बेटे साजीब वाजेद जॉय ने देश के सुरक्षा बलों से आग्रह किया है कि वे संविधान की रक्षा करें और किसी भी अनिर्वाचित सरकार को सत्ता में न आने दें। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर इस संकट की स्थिति पर काबू नहीं पाया गया तो बांग्लादेश पाकिस्तान की तरह बन सकता है। जॉय ने कहा, “अगर ऐसा हुआ तो हमारा हाल भी पाकिस्तान जैसा हो जाएगा। हमारी सभी 15 वर्षों की प्रगति को बर्बाद कर दिया जा सकता है और बांग्लादेश कभी भी उबर नहीं सकता है।”
संविधान की रक्षा की अपील
साजीब वाजेद जॉय ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर देश की गंभीर स्थिति पर जोर देते हुए कहा, “पुलिस, बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) और हमारी सेना से मैं आग्रह करता हूं कि आप अपनी जिम्मेदारी को समझें। हमारे लोगों, हमारे देश और हमारे संविधान की रक्षा करें। इसका मतलब यह है कि किसी भी अनिर्वाचित सरकार को एक मिनट के लिए भी सत्ता में नहीं आने दें। यह आपका कर्तव्य है।”
हिंसा और आतंकवाद की निंदा
साजीब वाजेद जॉय ने हिंसा और हत्याओं की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा, “हिंसा और हत्याओं से सत्ता हासिल नहीं की जा सकती। जब पुलिस की हत्याएं होती हैं, निर्दोष लोगों को निशाना बनाया जाता है, घरों में आग लगा दी जाती है और पत्रकार की हत्या हो जाते हैं तो यह विरोध नहीं होता बल्कि आतंकवाद में बदल जाता है।”
सुरक्षा बलों का धैर्य
जॉय ने कानून प्रवर्तन एजेंसियों की धैर्य की प्रशंसा करते हुए कहा, “हमारी कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने बहुत धैर्य दिखाया है। हालांकि, इसे अब और बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।” उन्होंने जोर दिया कि हिंसा और आतंकवाद के खिलाफ कड़े कदम उठाने की जरूरत है।
बांग्लादेश की प्रगति पर खतरा
जॉय ने बांग्लादेश की प्रगति पर चिंता जताते हुए कहा कि पिछले 15 वर्षों की प्रगति को बर्बाद करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा, “हमने पिछले 15 वर्षों में जो प्रगति की है, वह खतरे में पड़ सकती है। इसे बचाने के लिए हमें एकजुट होकर काम करना होगा और किसी भी तरह की अनिर्वाचित सरकार को सत्ता में नहीं आने देना होगा।”
अंतरिम सरकार और भविष्य की दिशा
शेख हसीना के इस्तीफे के बाद अब अंतरिम सरकार बांग्लादेश का कार्यभार संभालेगी। यह सरकार देश में शांति बहाल करने और चुनावों के लिए तैयारी करने का काम करेगी। साजीब वाजेद जॉय ने देशवासियों से अपील की है कि वे शांति और सहयोग का पालन करें और देश को आगे बढ़ाने में अपना योगदान दें।
बांग्लादेश में मौजूदा राजनीतिक संकट और हिंसा के बीच साजीब वाजेद जॉय की अपील देश के लिए महत्वपूर्ण है। उनकी चिंता और आह्वान ने यह स्पष्ट कर दिया है कि संविधान की रक्षा और प्रगति को बनाए रखना सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। हिंसा और आतंकवाद को समाप्त करने के लिए सख्त कदम उठाए जाने की आवश्यकता है ताकि बांग्लादेश फिर से स्थिरता और शांति की ओर बढ़ सके।