दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में दक्षिणी दिल्ली में आयोजित एक चुनावी सभा में केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने सवाल किया, “हमने प्रधानमंत्री चुना है या थानेदार?” उनका यह बयान विपक्षी नेताओं को जेल भेजने के कथित प्रयासों और दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने की मांग को लेकर था।
केजरीवाल ने अपने भाषण में दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) इस बात से घबराई हुई है कि आगामी लोकसभा चुनावों के बाद केंद्र में I.N.D.I.A गठबंधन की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी (AAP) यह सुनिश्चित करेगी कि दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा मिल जाए। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी विपक्षी नेताओं को जेल भेजने में लगे हुए हैं, जिससे साफ है कि उनका रवैया एक थानेदार जैसा है, जो जनसेवा करने वाले नेताओं को प्रताड़ित कर रहा है।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने अपने भाषण में महिलाओं के मुद्दों को भी प्रमुखता से उठाया। उन्होंने बताया कि कैसे दिल्ली और देश की करोड़ों महिलाओं ने उनकी रिहाई के लिए प्रार्थना की थी। उन्होंने इसे एक चमत्कार बताते हुए कहा कि यही प्रार्थनाएं उनकी रिहाई का कारण बनीं और अब वे लोगों के बीच आकर प्रचार कर पा रहे हैं। केजरीवाल ने कहा कि जेल में रहते हुए उन्होंने टीवी पर देखा कि सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी है और यह एक बड़ा चमत्कार था। उन्होंने भगवान बजरंग बली का आभार व्यक्त किया और कहा कि उनके आशीर्वाद से ही वे आज इस स्थिति में हैं।
उन्होंने बीजेपी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि बीजेपी के नेता दिन-रात यह सोचते रहते हैं कि किसे जेल में डालना है। उन्होंने कहा, “मैं पिछले 7-8 दिनों से देश के विभिन्न हिस्सों का दौरा कर रहा हूं। महंगाई और बेरोजगारी से लोग नाराज हैं। बीजेपी 4 जून को सरकार नहीं बनाने जा रही है। यह लिख लीजिए। उन्हें भी पता है कि उन्हें 220 से भी कम सीट मिल रही हैं, इसीलिए ये लोग हताश हैं।”
केजरीवाल ने प्रधानमंत्री मोदी के बयानों पर भी टिप्पणी की। उन्होंने बताया कि जब वे मुंबई गए, तो उन्हें पता चला कि प्रधानमंत्री ने शरद पवार को ‘भटकती आत्मा’ कहा था। उन्होंने इसे असम्मानजनक बताते हुए कहा कि शरद पवार 84 साल के हैं और मोदी 74 साल के हैं, इसलिए बड़ों का सम्मान करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में दिल्ली की जनता के लिए अपनी प्राथमिकताओं को भी स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि अगर I.N.D.I.A गठबंधन की सरकार बनती है, तो ‘आप’ भी उसका हिस्सा होगी और उनकी प्राथमिकता होगी कि दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा मिले। उन्होंने कहा, “हमने दिल्ली में शिक्षा और अस्पतालों में सुधार किया है। लेकिन पुलिस आपकी बात नहीं सुनती है। हम सुरक्षा भी बेहतर करेंगे।”
केजरीवाल ने महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि बढ़ती महंगाई के बीच प्रधानमंत्री को इस लाभ को देशभर में देना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने इस योजना का विरोध किया था, जबकि यह महिलाओं के लिए बहुत फायदेमंद है।
इस पूरे भाषण में अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार की नीतियों और उनके कार्यों पर सवाल उठाए। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी दिल्ली की जनता के हितों के लिए संघर्ष करती रहेगी और अगर I.N.D.I.A गठबंधन की सरकार बनती है, तो वे दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने की पूरी कोशिश करेंगे। उन्होंने दिल्ली की जनता से अपील की कि वे इस चुनाव में आम आदमी पार्टी को समर्थन दें ताकि दिल्ली की समस्याओं का समाधान हो सके और विकास की राह पर आगे बढ़ा जा सके।
केजरीवाल का यह भाषण उनके समर्थकों के बीच उत्साह बढ़ाने वाला था और उन्होंने अपने इस भाषण के माध्यम से दिल्ली की जनता को यह विश्वास दिलाने की कोशिश की कि उनके संघर्ष और प्रयासों के कारण ही दिल्ली को विकास की दिशा में आगे बढ़ाया जा सकता है। उनकी मांगें और उनके वादे दिल्ली के लोगों के लिए महत्वपूर्ण हैं और इस चुनाव में उनके लिए निर्णायक साबित हो सकते हैं।