रूस से 2 वर्षों से युद्ध लड़ रहे यूक्रेन के पास अब हथियार और गोला-बारूद की भयंकर कमी हो गई है। अब उसे कोई आगे सहायता देने को तैयार नहीं है। ऐसे बुरे वक्त में फ्रांस ने एक बार फिर जेलेंस्की को मदद देने का ऐलान किया है। फ्रांस के राष्ट्रपति ने यूक्रेन को मिसाइल और बमों की आपूर्ति करने का ऐलान किया है।
रूस-यूक्रेन युद्ध के दो वर्ष होने को हैं। अब रूस से युद्ध लड़ पाना यूक्रेन के लिए इतना आसान नहीं रह गया है। यूरोपीय मददगारों और नाटो देशों ने जेलेंस्की की मदद करने में लगभग असमर्थता जाहिर कर दी है।
अमेरिका भी आखिरी मदद यूक्रेन को दे चुका है। ऐसे में अब जेलेंस्की को हार का डर सताने लगा है। लिहाजा जेलेंस्की ईरान और फ्रांस व न्यूजीलैंड की शरण में हैं। हथियार खत्म होने से हताश जेलेंस्की को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने बड़ा सहारा दिया है। इससे रूस के साथ जंग में मूर्छित हुए यूक्रेन को संजीवनी सी मिल गई है।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने बिते मंगलवार को ऐलान की कि वे यूक्रेन को लंबी दूरी की तथा क्रूज मिसाइल एवं बम की आपूर्ति करने की योजना पर कार्य कर रहे हैं। मैक्रों ने साथ ही आगाह किया कि इस युद्ध में रूस की जीत वैश्विक व्यवस्था को कमजोर कर देगी। उन्होंने कहा, ‘‘हम रूस को जीतने नहीं दे सकते और हमें ऐसा नहीं करना चाहिए।’’ उन्होंने यह भी कहा कि वह अगले माह यूक्रेन की यात्रा पर जाएंगे। मैक्रों ने एक संवाददाता सम्मेलन में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर दो घंटे से अधिक समय तक बात की।
यूक्रेन को 40 मिसाइलें और सैकड़ों बम मिलेंगी
फ्रांस यूक्रेन को लंबी दूरी की करीब 40 मिसाइलें तथा ‘‘सैकड़ों बम की आपूर्ति करने की योजना बना रहा है। मैक्रों ने कहा कि हमारा करीबी मित्र देश यूक्रेन इस मदद का इंतजार कर रहा है।’’ उन्होंने इस संवाददाता सम्मेलन में वैश्विक संकट से निपटने के खातिर फ्रांस को मजबूत और बेहतर ढंग से तैयार करने की व्यापक योजना के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि वैश्विक संकट से निपटने के लिए देश के पास ‘‘तमाम जरूरी साधन मौजूद हैं।’