ऑस्ट्रेलिया में एक दिलचस्प मामले का खुलासा हुआ है जिसमें एक पूर्व नेता के वेश में एक जासूस काम कर रहा था। यह मामला विपक्षी दलों के दबाव के बावजूद सार्वजनिक किया गया है। ऑस्ट्रेलियाई सुरक्षा खुफिया संगठन (ASIO) के सुरक्षा महानिदेशक, माइक बर्गेस ने इस मामले का खुलासा किया और बताया कि उनकी एजेंसी ने हाल ही में एक देश के जासूसी गिरोह को उजागर किया है। इस गिरोह ने कई साल पहले एक अज्ञात पूर्व राजनेता को भर्ती किया था।
बर्गेस ने बताया कि इस पूर्व नेता ने अपने देश की राजनीति को बेच दिया था और उसने पीएम के परिवार के एक सदस्य को भी जासूसों के दायरे में लाने की साजिश बनाई थी, हालांकि यह योजना आगे नहीं बढ़ी।
इस खुलासे के बाद, पूर्व पीएम मैल्कम टर्नबुल के बेटे एलेक्स टर्नबुल ने बताया कि 2017 में उनके पिता के प्रधानमंत्री कार्यालय में चीनी एजेंटों का संपर्क था।
ऑस्ट्रेलिया ने 2018 में विदेशी हस्तक्षेप कानून (foreign interference laws) पास किया, जिसका मुख्य उद्देश्य चीन की गतिविधियों को रोकना था।
विपक्षी दलों ने सरकार पर दबाव डाला है कि पूर्व राजनेता का नाम सार्वजनिक किया जाए ताकि उन्हें आरोपों से बचाया जा सके। हालांकि पीएम ने इस नाम सार्वजनिक करने के फैसले का समर्थन किया है। ASIO ने नाम जारी नहीं किया है और बर्गेस ने इस मामले का विवरण नहीं दिया है।
ऑस्ट्रेलियाई प्रधान मंत्री ने भी बर्गेस के फैसले का समर्थन किया है और कहा है कि वह उसके द्वारा किए गए कदमों पर भरोसा करते हैं।