काहिरा से आई खबरों के अनुसार, ईरान की राजधानी में किए गए एक हवाई हमले में हमास के नेता इस्माइल हानिया की मौत हो गई है। हानिया (62) की हत्या के लिए ईरान और हमास ने इजराइल को जिम्मेदार ठहराया है। यह घटना ईरान के नए राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण के बाद हुई थी। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने इजराइल से बदला लेने का संकल्प जताया है, वहीं हमास के राजनीतिक ब्यूरो के प्रमुख ने भी हानिया की मौत के लिए इजराइल को जिम्मेदार ठहराया है। ईरान के अर्धसैनिक बल ‘रिवोल्यूशनरी गार्ड’ ने कहा कि वह हानिया की हत्या की जांच कर रहा है।
खालिद मशाल: नए नेता की दौड़ में सबसे आगे

इस्माइल हानिया की मौत के बाद हमास के नए नेता के रूप में खालिद मशाल का नाम सबसे ज्यादा चर्चा में है। खालिद मशाल हमास के एक वरिष्ठ सदस्य हैं और पहले भी इस संगठन का नेतृत्व कर चुके हैं। फिलिस्तीन के गाजा क्षेत्र पर शासन करने वाले आतंकवादी समूह के एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी खलील अल-हय्या का नाम भी संभावित नए नेता के रूप में लिया जा रहा है, लेकिन माना जा रहा है कि खालिद मशाल इस दौड़ में सबसे आगे हैं।
खालिद मशाल का परिचय
खालिद मशाल का जन्म 28 मई, 1956 को वेस्ट बैंक में रामल्लाह के पास सिलवाड में हुआ था। 15 साल की उम्र में वह मिस्र स्थित सुन्नी इस्लामी संगठन मुस्लिम ब्रदरहुड में शामिल हो गए थे, जो 1987 के अंत में हमास के गठन में सहायक बना। 1992 में मशाल आतंकी समूह के पोलित ब्यूरो के संस्थापक सदस्य बन गए और 1996 से 2017 के बीच इस पद का नेतृत्व किया। अपने कार्यकाल के अंत में मशाल ने पद छोड़ दिया और फिर हमास की कमान इस्माइल हानिया के हाथों में आ गई। मशाल को इजराइल द्वारा पहले भी मारने की कोशिश की गई थी, लेकिन वह बच गए थे।
हमास और इजराइल के बीच संघर्ष

गाजा में हमास का शीर्ष नेता याह्या सिनवार है, जिसने पिछले साल 7 अक्टूबर को इजराइल पर हमले की साजिश रची थी। इस हमले में 1,200 लोग मारे गए थे और करीब 250 लोगों को बंधक बना लिया गया था। इसी साल अप्रैल में गाजा में इजराइल के हवाई हमले में हानिया के तीन बेटे और चार पोते-पोती मारे गए थे। हानिया की हत्या ऐसे वक्त हुई है, जब अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन का प्रशासन हमास और इजराइल के बीच अस्थायी संघर्ष विराम का प्रयास कर रहा है।
नए नेता के चुनाव की प्रक्रिया

हमास के नए नेता के चुनाव की प्रक्रिया अभी प्रारंभिक चरण में है। इस्माइल हानिया की मौत के बाद संगठन को जल्द ही नया नेता चुनना होगा। खालिद मशाल का नाम इस समय सबसे ज्यादा चर्चा में है, लेकिन संगठन के अन्य वरिष्ठ सदस्यों के नाम भी इस दौड़ में शामिल हो सकते हैं। हमास के राजनीतिक ब्यूरो के सदस्यों के बीच बातचीत और सलाह-मशविरा के बाद ही नए नेता का चुनाव किया जाएगा।
भविष्य की चुनौतियां
हमास के नए नेता को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। इजराइल के साथ जारी संघर्ष, संगठन के अंदरूनी मामलों का प्रबंधन और अंतरराष्ट्रीय संबंधों को संभालना कुछ प्रमुख मुद्दे होंगे। इसके अलावा, नए नेता को फिलिस्तीनी जनता का विश्वास जीतना और संगठन के उद्देश्यों को आगे बढ़ाना भी महत्वपूर्ण होगा।
इस्माइल हानिया की हत्या के बाद हमास के नए नेता के रूप में खालिद मशाल का नाम सबसे आगे चल रहा है। हालांकि, संगठन के भीतर चुनाव की प्रक्रिया अभी चल रही है और अन्य वरिष्ठ सदस्य भी इस दौड़ में शामिल हो सकते हैं। नए नेता को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा, लेकिन अगर वे इन चुनौतियों को सफलतापूर्वक पार कर पाते हैं, तो हमास का नेतृत्व भविष्य में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
यह समय हमास के लिए महत्वपूर्ण है और संगठन को जल्द ही अपने नए नेता के चुनाव पर ध्यान केंद्रित करना होगा ताकि वे अपने उद्देश्यों को प्राप्त कर सकें और फिलिस्तीनी जनता का समर्थन बनाए रख सकें।