इजरायल और हमास के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है, और इसके बीच इजरायल ने उत्तरी गाजा के 11 लाख फिलिस्तीनियों को 24 घंटे के भीतर वहां से चले जाने का आदेश जारी किया है, जिससे ‘विनाशकारी मानवीय परिणाम’ होने का खतरा है। संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने इसे चुनौतीपूर्ण माना है और कहा है कि इस आदेश से अत्यंत संवेदनशील स्थिति पैदा हो सकती है।
इस वक्त इजराइल और हमास के बीच तनाव में वृद्धि हो रही है, और इजराइल ने हमास के अधिकारियों के खिलाफ अपने कड़े स्वर में कदम उठाया है। इसके पीछे का कारण है हमास के हमले जिनका इजराइल ने तेजी से जवाब दिया है और अब गाजा पर उच्चतम स्तर के हमले का धमाका किया जा रहा है।
इस बीच, इजराइल ने उत्तरी गाजा के लोगों को 24 घंटे के भीतर वहां से चले जाने का आदेश जारी किया है, जो अब एक बड़े जमीनी हमले की संभावना को इंगीत करता है। संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता ने इसे ‘विनाशकारी मानवीय परिणाम’ से जुड़ा होने का खतरा बताया है, जिससे तनाव की गहरी घातकता का संकेत मिलता है।
इजराइल ने यह नहीं छोड़ा कि संयुक्त राष्ट्र के बयान को गलत और अपमानजनक बताया जाए, और उसका कहना है कि आतंकियों ने हमारे नागरिकों की हत्या की है, उनके साथ बर्बरता की गई है। संयुक्त राष्ट्र को इस समय हमास के हमलों की निंदा करनी चाहिए और बंधकों को छुड़ाने में मदद करनी चाहिए, इस बयान से साफ़ है कि इजराइल ने यूएन के बयान को खारिज कर दिया है।
इस समय, इजरायल ने अपनी सेना को तैयार करने के लिए लगभग 360,000 रिजर्व सैनिकों को बुलाया है, जिससे जमीनी हमले की तैयारी की जा सके। जिससे यह साबित हो रहा है कि वह तैयारी कर रही है उच्चतम स्तर के हमले के लिए। इजरायली रक्षा बलों ने खुद को इस संघर्ष के लिए तैयार करने का संकेत दिया है, लेकिन अब तक कोई आधिकारिक निर्णय नहीं लिया गया है कि कैसे और कब इस अल्टीमेटम का पालन किया जाएगा।
इस निर्णय के परिणामस्वरूप, संयुक्त राष्ट्र को इस स्थिति में तटस्थ बनने का कतिपय खतरा है, और इसका फायदा उठाने के लिए समझौता करने की कोशिश की जा रही है, इस महत्वपूर्ण समय में, इजराइल और हमास के बीच की सामरिक स्थिति में और बढ़ती तनाव ने क्षेत्र में नई सीरिज़ की शुरुआत की है,