इजरायल और फिलिस्तीन के बीच तनाव और जंग के चलते, एयर इंडिया ने एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है और अपनी उड़ानों को 14 अक्टूबर तक के लिए रद्द कर दिया है। यह फैसला यात्रियों और चालक दल की सुरक्षा के लिए लिया गया है। इसके पीछे की कहानी को समझने के लिए हमें इस जंग की शुरुआत की ओर देखना होगा।
इजरायल और फिलिस्तीन के बीच जारी जंग की शुरुआत हो चुकी है, और इस जंग में सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है। इस जंग के दौरान, हमास नामक आतंकी संगठन ने इजरायल के खिलाफ आक्रमण किया और बीच-बीच में रॉकेट हमले किए। इसके परिणामस्वरूप, इजरायल ने जवाबी कार्रवाई शुरू की और हमास के ठिकानों और गाजा पट्टी पर हमले किए। इस हमले के दौरान हमास के कई सदस्यों की मौत हो गई और बहुत सारे लोग घायल हुए।
इस संघर्ष के बीच, भारतीय विमानन कंपनी एयर इंडिया ने इजरायल के लिए अपनी उड़ानें 14 अक्टूबर तक के लिए रद्द कर दी हैं। एयर इंडिया के प्रवक्ता ने इसके पीछे का कारण सुरक्षा के प्रयासों के रूप में बताया है। उन्होंने यात्रियों और चालक दल की सुरक्षा को महत्वपूर्ण मानते हुए इस फैसले को लिया है और यात्रीगण को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है।
एयर इंडिया के आवागमन के बावजूद, इस संघर्ष के परिणामस्वरूप हमास के हमले के चलते इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा था कि इसके लिए दुश्मनों को भारी कीमत चुकानी होगी। इजरायली सेना के मुताबिक, हमास ने हवाई और समुद्री सीमा से 7 जगहों से घुसपैठ की थी। इजरायल अब गाजा पट्टी को अपने कब्जे में लेने का प्रयास कर रहा है और इसके लिए सीमा को 12 घंटे के लिए तय किया है।
इस जंग के दौरान, हमास के हमले के चलते इजरायल में करीब 300 लोगों की मौत हो चुकी है और अधिकांश लोग घायल हो गए हैं। गाजा पट्टी में भी इस जंग के दौरान कई फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हो गई है और बहुत सारे लोग घायल हो गए हैं। हमास के हमले के बाद इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने यह कहा कि इसके लिए दुश्मनों को भारी कीमत चुकानी होगी, और वह इजरायल की सुरक्षा को महत्वपूर्ण मानते हैं।
इस संघर्ष के बीच, हमास के आतंकी संगठन के हमले के चलते बिना सबब और बिना किसी आवाज के अनगिनत लोगों को बेगुनाह बलिदान का सामना करना पड़ा है, और यह जंग आवाम के जीवन पर भी बड़ा प्रभाव डाल रही है।
इस विपरीत परिस्थिति में, भारतीय एयरलाइन एयर इंडिया ने यात्रियों की सुरक्षा को महत्वपूर्ण मानते हुए अपनी उड़ानें 14 अक्टूबर तक के लिए रद्द कर दी है। यात्रीगण को हर संभव मदद दी जाएगी और उनकी सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा।
यह घड़ी बताती है कि जब संघर्ष और जंग होती है, तो आवाम के जीवन और सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण होते हैं, और इसके परिणामस्वरूप विमानन कंपनियों जैसे व्यवसायों को सुरक्षा को प्राथमिकता देनी होती है।
इसके अलावा, यह संघर्ष दिखाता है कि दुनिया भर में शांति और सुरक्षा के प्रयासों की आवश्यकता है और विश्व समुदाय को साथ मिलकर संकटों का सामना करना होता है। इस जंग से जुड़े हुए सभी पक्षों को संवाद के माध्यम से समस्याओं का समाधान खोजने की कोशिश करनी चाहिए ताकि शांति और सुरक्षा बनी रह सके।