तेल अवीव में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ लोगों का आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। गाजा में जंग शुरू होने के 9 महीने पूरे होने पर इजराइल के कई शहरों में जोरदार प्रदर्शन देखने को मिले। प्रदर्शनकारियों ने देशभर में राजमार्गों और रेलवे स्टेशनों को अवरुद्ध कर दिया। उनका कहना है कि नेतन्याहू की सरकार की नीतियों के कारण ही यह जंग चल रही है और अब इसे बंद किया जाना चाहिए।
नेतन्याहू के खिलाफ प्रदर्शन
प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से पद छोड़ने की मांग करते हुए सड़कों पर उतर आए। उन्होंने संघर्ष विराम का आह्वान किया, ताकि हमास की तरफ से बंधक बनाए गए लोगों को वापस लाया जा सके। यह प्रदर्शन उस समय हुए जब अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थों ने समझौते के लिए नए सिरे से प्रयास शुरू कर दिए हैं। प्रदर्शनकारियों का मानना है कि नेतन्याहू की कठोर नीतियों के कारण ही इजराइल और गाजा के बीच संघर्ष बढ़ता जा रहा है।
गाजा में जारी जंग
विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने मुख्य सड़कों को अवरुद्ध कर दिया और इजराइल की संसद के सदस्यों के घरों के बाहर भी प्रदर्शन किया। इस बीच, गाजा में लड़ाई जारी रही, और रविवार तड़के तक इजराइली हमलों में 13 फलस्तीनी नागरिकों की मौत हो गई। अल-अक्सा मार्टियर्स अस्पताल के अनुसार, मध्य गाजा के जवैदा कस्बे में एक घर पर हमला होने से छह फलस्तीनी मारे गए। अधिकारियों ने बताया कि गाजा शहर में एक स्कूल में शरणस्थल पर हुए हमले में चार लोगों की मौत हो गई।
इजराइल के हवाई हमले
गाजा पट्टी के हमास से जुड़े नागरिक सुरक्षा संगठन ने बताया कि रविवार को तड़के एक और इजराइली हवाई हमला गाजा शहर के पश्चिम में एक घर पर हुआ, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई। इजराइली सेना ने कहा कि वह हमास आतंकवादियों को निशाना बना रही है और नागरिकों की सुरक्षा के लिए “कई कदम” उठाए हैं। लेबनान के आतंकवादी समूह हिजबुल्ला ने रविवार की सुबह कहा कि उसने उत्तरी इजराइल की ओर कई प्रक्षेपास्त्र दागे, जिनका लक्ष्य सीमा से 30 किलोमीटर (20 मील) से अधिक दूर के क्षेत्र थे।
वर्तमान स्थिति
मिस्र और हमास के अधिकारियों ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ से कहा कि हमास ने जंग समाप्त करने के लिए इजराइल की प्रतिबद्धता की प्रमुख मांग छोड़ दी है। इससे नवंबर के बाद पहली बार लड़ाई रुक सकती है साथ ही आगे की वार्ता के लिए मंच तैयार हो सकता है। इस बीच, इजराइल में नेतन्याहू के खिलाफ प्रदर्शन जारी हैं और लोग उनकी सरकार की नीतियों से नाराज हैं।
प्रदर्शनकारियों की मांग
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि नेतन्याहू की सरकार ने देश को युद्ध की आग में झोंक दिया है और इससे नागरिकों की जिंदगी खतरे में पड़ गई है। उनका मानना है कि अगर नेतन्याहू पद से इस्तीफा दे देते हैं तो स्थिति में सुधार हो सकता है और देश को शांति मिल सकती है। प्रदर्शनकारियों का यह भी कहना है कि नेतन्याहू की सरकार ने हमास के साथ बातचीत के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं और इससे स्थिति और भी बिगड़ गई है।
अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता की कोशिशें
अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थों ने एक बार फिर से समझौते के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं। उनका कहना है कि अगर दोनों पक्ष बातचीत के लिए तैयार हो जाते हैं तो स्थिति में सुधार हो सकता है और जंग को रोका जा सकता है। इजराइल और हमास के बीच जंग से सबसे ज्यादा नुकसान आम नागरिकों का हो रहा है और इसलिए यह जरूरी है कि दोनों पक्ष बातचीत के जरिए इस मुद्दे का समाधान निकालें।
नेतन्याहू की प्रतिक्रिया
प्रदर्शनकारियों की मांग और आक्रोश को देखते हुए प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि वह अपनी नीतियों पर पुनर्विचार करेंगे और स्थिति को सुधारने के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे। उन्होंने कहा कि वह हमास के साथ बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकिन इसके लिए हमास को भी अपनी नीतियों में बदलाव करना होगा।
आने वाला समय
आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि इजराइल और हमास के बीच जंग का क्या परिणाम निकलता है और क्या नेतन्याहू की सरकार अपनी नीतियों में बदलाव करके देश को शांति की ओर ले जाने में सफल होती है। फिलहाल, इजराइल में नेतन्याहू के खिलाफ प्रदर्शन जारी हैं और लोग उनकी सरकार की नीतियों से नाराज हैं।
इजराइल और हमास के बीच जारी जंग ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया है कि युद्ध किसी भी समस्या का समाधान नहीं है। बातचीत और समझौते के जरिए ही इस समस्या का समाधान निकल सकता है और दोनों पक्षों को मिलकर इसका हल निकालना होगा।
इजराइल में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ बढ़ता आक्रोश और गाजा में जारी जंग ने पूरे क्षेत्र को एक बार फिर से अशांत कर दिया है। ऐसे में यह जरूरी है कि दोनों पक्ष समझदारी से काम लें और बातचीत के जरिए इस समस्या का समाधान निकालें। इससे न केवल इजराइल और गाजा के नागरिकों की जिंदगी सुरक्षित होगी बल्कि पूरे क्षेत्र में शांति और स्थिरता भी बनी रहेगी।