वर्तमान समय में इजराइल और हमास के बीच चल रही जंग ने पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित किया है। इस संकट के बीच, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अपने अमेरिका दौरे पर हैं। इस दौरान नेतन्याहू ने ईरान की आलोचना करते हुए उनके खिलाफ सख्त तेवर अपनाए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि पश्चिम एशिया में आतंकवाद, अशांति, अराजकता और हत्या के पीछे ईरान का ही हाथ है। आइए, जानते हैं कि नेतन्याहू ने किसे और क्यों कहा ‘आप ईरान के हाथों की कठपुतली बन चुके हैं’।
नेतन्याहू का अमेरिका दौरा

बेंजामिन नेतन्याहू ने अपने अमेरिका दौरे के दौरान ईरान पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि ईरान, इजराइल के खिलाफ कुछ संगठनों को आर्थिक सहायता और समर्थन दे रहा है। इस आर्थिक सहायता के जरिए ईरान इजराइल के खिलाफ प्रदर्शन करवा रहा है और इससे इजराइल में अशांति फैला रहा है। नेतन्याहू ने इस दौरान साहस और स्पष्टता की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि कट्टर दुश्मनों को हराने के लिए इन दोनों की जरूरत होती है।
प्रदर्शनकारियों पर नेतन्याहू का संदेश

नेतन्याहू ने अपने संबोधन में उन प्रदर्शनकारियों पर भी निशाना साधा जो इजराइल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम सब जानते हैं कि ईरान इजराइल के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले प्रदर्शनकारियों को आर्थिक मदद दे रहा है। ये प्रदर्शन इस इमारत के बाहर भी हो रहे हैं, ये बहुत ज्यादा नहीं हैं, लेकिन कुछ हैं और पूरे शहर में हैं।’’ नेतन्याहू ने स्पष्ट रूप से कहा कि तेहरान के तानाशाह, जो समलैंगिक व्यक्तियों को क्रेन से लटका देते हैं और महिलाओं को उनके बाल ना ढकने पर हत्या कर देते हैं, वही अब आपको बढ़ावा दे रहे हैं और आपकी पैसों से मदद कर रहे हैं। आप आधिकारिक तौर पर उनके हाथों की कठपुतली बन गए हैं।
ईरान पर गंभीर आरोप
अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र में अपने चौथे संबोधन के दौरान, नेतन्याहू ने कहा कि पश्चिम एशिया के देशों में आतंकवाद, अशांति, अराजकता और हत्या के पीछे ईरान का ही हाथ है। उन्होंने दावा किया कि ईरान, हूती विद्रोहियों, हिज्बुल्ला और हमास सहित अपने कई छद्म संगठनों का इस्तेमाल कर रहा है। नेतन्याहू ने स्पष्ट किया कि ईरान का मानना है कि अमेरिका को सही मायने में चुनौती देने के लिए उसे पहले पश्चिम एशिया पर कब्जा करना होगा।
नेतन्याहू का विश्वास: इजराइल की जीत निकट है

नेतन्याहू ने अपने संबोधन में विश्वास जताया कि इजराइल की जीत निकट है। उन्होंने कहा कि इजराइल अपने दुश्मनों को हराने के लिए पूरी तरह से सक्षम है और उसकी जीत अवश्यंभावी है। नेतन्याहू ने दावा किया कि ईरान के सभी प्रयास विफल होंगे और इजराइल अपने लक्ष्यों को प्राप्त करेगा।
बेंजामिन नेतन्याहू का यह बयान स्पष्ट करता है कि इजराइल अपने दुश्मनों के खिलाफ कितनी सख्त और अडिग है। ईरान के खिलाफ सख्त तेवर अपनाते हुए, नेतन्याहू ने यह संदेश दिया है कि इजराइल अपनी सुरक्षा और संप्रभुता के मामले में किसी भी तरह की चुनौती को सहन नहीं करेगा। उनके इस बयान ने न केवल इजराइल के नागरिकों को बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी यह संकेत दिया है कि इजराइल अपने दुश्मनों के खिलाफ कितनी दृढ़ता से खड़ा है।
ईरान के खिलाफ नेतन्याहू की इस कड़ी आलोचना से यह स्पष्ट होता है कि इजराइल और ईरान के बीच संबंधों में तनाव अभी भी बरकरार है और यह संघर्ष निकट भविष्य में भी जारी रह सकता है। नेतन्याहू के ये सख्त तेवर दर्शाते हैं कि इजराइल अपने दुश्मनों के खिलाफ कितनी मजबूती से खड़ा है और किसी भी प्रकार की धमकी को सहन नहीं करेगा।
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के इस स्पष्ट और दृढ़ संदेश ने यह साबित कर दिया है कि इजराइल किसी भी प्रकार की धमकी के सामने झुकने वाला नहीं है और वह अपने दुश्मनों का मुकाबला करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। उनका यह बयान न केवल इजराइल के लिए बल्कि पूरे विश्व के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश है।