गो फर्स्ट एयरलाइन पिछले काफी समय से वित्तीय संकट क सामना कर रही है। इसके चलते एयरलाइंस की सभी उड़ाने भी ठप्प हो गई थी। लेकिन अब एविएशन रेगुलेटर डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने कर्ज में डूबी एयरलाइन गो फर्स्ट को फ्लाइट उड़ाने की इजाजत दे दी है। लेकिन DGCA ने कंपनी को ये मंजूरी कुछ शर्तों के साथ दी है। डीजीसीए ने गो फर्स्ट के रिजॉल्युशन प्रोफेशनल शैलेद्र अजमेरा को पत्र लिखकर फैसले की जानकारी दी है।
जल्द शुरू होगी बुकिंग

डीजीसीए ने इस बारे में कहा कि, ‘उसने कुछ शर्तों के साथ 15 विमानों और रोजाना 114 उड़ानों के साथ परिचालन फिर से शुरू करने की गो फर्स्ट की योजना को मंजूरी दे दी।’ डीजीसीए ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि, ’15 विमानों और 114 दैनिक उड़ानों के संचालन के लिए एयरलाइन की परिचालन योजना फिर से शुरू करने की समीक्षा की गई है और इसे स्वीकार कर लिया गया है।’ जल्द ही इसकी बुकिंग शुरू हो जाएगी।
क्या हैं शर्तें?

डीजीसीए ने इसके लिए कुछ शर्तें लगाई हैं कि, एयरलाइन के पास हर वक्त एयर ऑपरेटर सर्टिफिकेट होना जरुरी है। इसके अलावा फ्लाइट के लिए जो भी एयरक्राफ्ट इस्तेमाल किया जाएगा, उसकी स्थिति बेहतर होनी चाहिए। इसके अलावा डीजीसीए ने कहा कि, ‘कंपनी में किसी बदलाव से रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल के प्लान पर असर पड़ता हो तो तत्काल उसकी जानकारी देनी होगी।’
गो फर्स्ट फ्लाइट के बंद होने से बढ़ गया था किराया
बता दें जो फर्स्ट एयरलाइन कर्ज में डूबी हुई है। उसके खिलाफ दिवाला समाधान प्रक्रिया चल रही है। कंपनी ने तीन मई से अपनी विमान सेवाएं बंद कर दी थीं। लेकिन अब डीजीसीए ने कंपनी को फ्लाइट उड़ाने की परमिशन दे दी है। डीजीसीए ने इस बड़े फैसले के बाद मुंबई, पटना और श्रीनगर रूट पर फ्लाइट का किराया कम होने की एक उम्मीद जाएगी है। दरअसल, गो फर्स्ट की फ्लाइट्स इन रुट पर बंद हो जने के बाद अन्य फ्लाइट्स के किराए में भारी बढ़ोतरी हुई थी।