उत्तराखंड के हल्द्वानी शहर में गत रात अत्यंत उत्तेजना भरी घटनाएँ हुईं हैं। उन्हें देखते हुए अब लोगों के मन में डर और चिंता की लहर दौड़ रही है। यहाँ पर हुए पत्थरबाजी, आगजनी, और हंगामा के बाद, अब सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से दंगाइयों की पहचान हो रही है। कल एक अवैध मदरसे को गिराने के लिए अधिकारियों की टीम पहुंची, लेकिन उन्हें घेरकर हमला किया गया, और पुलिस अधिकारियों को भी फूंकने की कोशिश की गई।
पहले सरकारी जमीन पर अवैध तरीके से मदरसा और मस्जिद बनाए जाने के आरोप लगे थे, और प्रशासन ने इस क्षेत्र को सील कर लिया था। कोर्ट ने भी इस मामले में कोई राहत नहीं दी थी। जब बुलडोजर इन अवैध निर्माणों को गिराने के लिए पहुंचा, तो चारों ओर से लोगों ने घेरकर पत्थर और बोतलें मारीं, और आग लगाई। यह हल्द्वानी, उत्तराखंड की दर्दनाक कहानी है।
कुछ समय पहले, बुर्का पहनी महिलाओं को आगे करके उपद्रवियों ने जमकर हंगामा मचाया। पुलिस की गाड़ियों में आग लगाई गई, और महिला पुलिसकर्मियों को भी पत्थरों से घायल किया गया। एक घायल महिला पुलिसकर्मी ने बताया कि उन्हें बचने के लिए एक घर में छुपना पड़ा, और वहाँ से बचकर निकल पाए। अब सीसीटीवी कैमरों की मदद से इन दंगाइयों की पहचान होने जा रही है।
हल्द्वानी में आगजनी और पत्थरबाजी में अब तक 4 लोगों की मौत की खबर है। इनमें सभी बनभूलपुरा के रहने वाले हैं। चारों मृतकों में आगजनी और पत्थरबाजी के आरोपी शामिल बताए जा रहे हैं। यहाँ पुलिसकर्मियों और नगरपालिका के कर्मचारियों सहित 60 लोग घायल हो गए हैं। हल्द्वानी के एसडीएम भी घायल हो गए हैं।
इस घटना के बाद, हरेक व्यक्ति की नजरें उत्तराखंड के सुरक्षितता और सुधार की दिशा में हैं। अब अधिकारियों ने ऐसे अपराधियों पर कड़े कार्रवाई करने का फैसला किया है। उनकी पहचान होते ही, उनके घरों पर भी बुलडोजर चलाया जाएगा।