जम्मू-कश्मीर में बढ़ते आतंकवादी हमलों की खबरें फिर से सुर्खियों में हैं, जहां पुंछ जिले के डेरा की गली में सेना और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई है। इस मुठभेड़ में 4 सैनिकों की शहादत हो गई है और 3 अन्य घायल हो गए हैं।

आतंकवादी गुरुवार दोपहर 3.45 बजे राजौरी के पुंछ क्षेत्र में सेना के दो वाहनों पर गोलीबारी करने के बाद मुठभेड़ शुरू कर दी गई। सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ जारी है और सर्च ऑपरेशन भी चल रहा है।
इस खतरनाक हमले के पीछे लश्कर-ए-तैयबा की शाखा पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट (पीएएफएफ) का हाथ होने का आरोप लगा जा रहा है। हमले में साथियों के साथ आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी है और सुरक्षा बलों ने तत्परता में समाहित होकर उनका मुकाबला किया है।

जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों की बढ़ती हो रही घटनाएं चिंता का कारण बन रही हैं, और सुरक्षा बलों को सतर्क रहने और आतंकवाद के खिलाफ निरंतर अभ्यास रखने की जरूरत है। इस हमले के बाद सुरक्षा बलों ने समृद्धि के लिए सामरिक स्थिति में रहने का आदान-प्रदान किया है और तत्परता से आतंकी समूहों के खिलाफ ऑपरेशन जारी किया है।
इस समय, जब सुरक्षा बलों को जोखिम में डालने का प्रयास हो रहा है, हमें इन वीर जवानों की श्रद्धांजलि अर्पित करनी चाहिए जो अपने जीवन को देश की सुरक्षा के लिए कुर्बानी देते हैं। उनका बलिदान अमर रहेगा और हमें इसका सम्मान करना चाहिए।

जम्मू-कश्मीर की जनता और देशवासियों को सावधान रहना चाहिए और सुरक्षा बलों के साथ मिलकर आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम उठाना होगा। देश को एक सुरक्षित और मजबूत भविष्य की दिशा में बढ़ने के लिए सभी लोगों को मिलकर काम करना होगा।
आतंकी हमलों के खिलाफ से निपटने के लिए हमें एक मजबूत और सशक्त सुरक्षा प्रणाली की आवश्यकता है जो आतंकवाद के प्रति सकारात्मक रूप से स्थिर हो और देश की सीमाओं को सुरक्षित रख सके। इससे पहले की और बढ़ते आतंकी हमलों को रोकने के लिए हमें एकजुट होकर कार्रवाई करनी चाहिए और आतंकवाद के साथ लड़ने का निर्णयपूर्ण संकल्प दिखाना होगा।

आतंकी हमलों का सामना करने वाले वीर जवानों के परिवारों के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं, और हम उनके साथ हैं। हमें उनकी शहादत को याद करके उनके साथियों और परिवारों के प्रति हमारे आत्मनिर्भर समर्थन का संकेत देना चाहिए। इस कठिन समय में हमें एक दूसरे के साथ जुड़कर एक मजबूत भारत की दिशा में काम करना होगा और आतंकवाद के खिलाफ एक सामूहिक दृष्टिकोण को बढ़ावा देना होगा।
हम सभी को यहां एक सशक्त, सुरक्षित और सामृद्धिक भविष्य की कड़ी में जुटने का समय है, और हमें एक अखंड बनाए रखने के लिए मिलकर काम करना होगा। आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर हम एक मजबूत भविष्य की दिशा में अग्रसर हो सकते हैं।