कई युवा जूनियर भारतीय रेलसर्स ने 3 जनवरी की सुबह जतंर-मंतर पर जमा होकर ओलिंपक पदक विजेता साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया, और विनेश फोगाट के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, इसके पीछे उन्होंने इन रेसलर्स की वजह से पिछला एक साल करियर का नुकसान होना बताया।

भारतीय कुश्ती महासंघ पिछले एक साल में लगातार विवादों में ही नजर आया। कई सीनियर रेसलर्स का संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ गंभीर आरोप लगाने के बाद उन्हें अपनी कुर्सी को गंवाना पड़ा था। वहीं पिछले महीने तक कुश्ती महासंघ के चुनाव होने के बाद नए अध्यक्ष के तौर पर संजय सिंह को चुना गया तो उनका भी विरोध देखने को मिला क्योंकि वह भी बृजभूषण शरण सिंह के खेमे के बताए गए। वहीं अब 3 जनवरी को जंतर-मंतर पर एक अलग ही नजारा देखने को मिला जिसमें कई युवा जूनियर भारतीय रेसलर्स ने बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, और विनेश फोगाट के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
करियर बर्बाद करने का आरोप

जंतर-मंतर पर पहुंचे कई युवा रेसलर्स खिलाड़ियों ने विनेश, साक्षी और बजरंग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की जिसमें उन्होंने इन 3 पर उनका करियर बर्बाद करने का आरोप लगाया है। बता दें कि जबसे कुश्ती संघ जनवरी 2023 से विवादों में आया उसके बाद से राष्ट्रीय शिविर और प्रतियोगिताएं रुकी हुई हैं क्योंकि भारतीय कुश्ती संघ को दो बार निलंबित कर दिया गया है। वहीं सभी विरोध करने वाले युवा रेसलर्स की ये मांग भी थी कि खेल मंत्रालय द्वारा खेल को चलाने के लिए नियुक्त किए गए तदर्थ पैनल को भंग करके निलंबित भारतीय कुश्ती संघ को बहाल किया जाए। प्रदर्शनकारियों के हाथ में बैनर थे जिन पर लिखा था कि यूडब्ल्यूडब्ल्यू हमारी कुश्ती को इन तीन रेसलर्स से बचाएं।
सिर्फ संजय सिंह से साक्षी मलिक को थी परेशानी

साक्षी मलिक ने पीटीआई को दिए अपने एक बयान में कहा है कि संजय सिंह के बिना नये महासंघ से या तदर्थ समिति से भी हमें कोई मसला नहीं है। सरकार हमारे लिये अभिभावक की तरह है और मैं उनसे अनुरोध करूंगी कि आने वाले पहलवानों के लिये कुश्ती को सुरक्षित बनाये । आपने देखा है कि संजय सिंह का बर्ताव कैसा है। मैं नहीं चाहती कि महासंघ में उसका दखल हो। मैं अनुरोध ही कर सकती हूं । अगर मंत्रालय कहता है कि वह वापिस नहीं आयेगा तो अच्छा है। सभी ने देखा कि WFI मतदान के बाद बृजभूषण सिंह ने कैसे सत्ता का दुरूपयोग किया। बिना किसी से पूछे अपने शहर में जूनियर राष्ट्रीय चैम्पियनशिप कराने का घोषणा कर दिया। मैं नहीं चाहती कि हमारी वजह से जूनियर पहलवानों का नुकसान हो। तदर्थ समिति सीनियर राष्ट्रीय चैम्पियनशिप की घोषणा कर चुकी है और अब मैं अनुरोध करूंगी कि अंडर 15, अंडर 17 और अंडर 20 राष्ट्रीय चैम्पियनशिप का भी ऐलान किया जाये।