अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ दिलचस्प होती जा रही है। मौजूदा उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के सक्रिय प्रचार अभियान से डोनाल्ड ट्रंप की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। पहले जहां चुनावी विश्लेषकों का मानना था कि डोनाल्ड ट्रंप के मुकाबले जो बाइडेन रेस में पीछे छूट रहे हैं, वहीं कमला हैरिस ने अपने आक्रामक प्रचार अभियान से बाजी पलट दी है। कमला हैरिस अब 6 अगस्त से उन राज्यों का चार दिवसीय दौरा करने वाली हैं जहां पर चुनावी मुकाबला कड़ा माना जा रहा है।
डेमोक्रेटिक पार्टी की बड़ी प्लानिंग

डेमोक्रेटिक पार्टी के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए अटकलों का दौर शुरू हो गया है। नवंबर 2024 में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में कमला हैरिस के साथ मैदान में उतरने वाले उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के नाम को अभी तक गुप्त रखा गया है और इसकी घोषणा 6 अगस्त से पहले होने की संभावना है। इस बार डेमोक्रेटिक पार्टी ने अपने प्रचार अभियान को और भी ज्यादा आक्रामक बनाने की योजना बनाई है ताकि ट्रंप के प्रभाव को कम किया जा सके।
दौड़ में शामिल संभावित नाम
अमेरिकी मीडिया में प्रकाशित खबरों के मुताबिक, डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से पेंसिल्वेनिया के गवर्नर जोश शापिरो, एरिजोना के सीनेटर मार्क केली और मिनेसोटा के गवर्नर टिम वाल्ज उपराष्ट्रपति पद के शीर्ष उम्मीदवारों में शामिल हैं। कमला हैरिस (59) ने पांच नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनावों के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से नामांकन पत्र दाखिल किया है।
प्रचार अभियान का पूरा प्लान
कमला हैरिस के प्रचार अभियान दल ने बृहस्पतिवार को घोषणा की कि राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार उन राज्यों का चार दिवसीय दौरा शुरू करेंगी जिनमें कड़ा मुकाबला माना जा रहा है। दल के मुताबिक, हैरिस और उनके साथी उम्मीदवार 7 अगस्त को विस्कॉन्सिन में ईओ क्लेयर और मिशिगन में डेट्रायट, 8 अगस्त को उत्तरी कैरोलिना में रिसर्च ट्रायंगल, 9 अगस्त को एरिजोना के फीनिक्स और 10 अगस्त को नेवादा के लास वेगास की यात्रा करेंगे।
कमला हैरिस का चार दिवसीय दौरा

इस चार दिवसीय दौरे में कमला हैरिस उन राज्यों में जाएंगी जहां पर चुनावी समीकरण बेहद महत्वपूर्ण हैं। इन राज्यों में कड़ा मुकाबला होने की संभावना है और हैरिस के आक्रामक प्रचार अभियान से वहां के मतदाताओं को लुभाने की कोशिश की जाएगी। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य मतदाताओं के बीच डेमोक्रेटिक पार्टी की नीतियों और कमला हैरिस की नेतृत्व क्षमता को लेकर विश्वास बढ़ाना है।
हैरिस का आक्रामक प्रचार
कमला हैरिस के आक्रामक प्रचार अभियान ने पहले से ही ट्रंप के पसीने छुड़ा दिए हैं। हैरिस का प्रचार अभियान दल उनकी योजना को सफल बनाने के लिए दिन-रात काम कर रहा है। इस बार चुनाव में कमला हैरिस का आक्रामक रुख और उनका त्वरित प्रचार अभियान डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
ट्रंप के लिए बढ़ती मुश्किलें

डोनाल्ड ट्रंप के लिए कमला हैरिस की यह सक्रियता एक बड़ी चुनौती है। ट्रंप की चुनावी टीम भी अब अपनी रणनीति पर पुनर्विचार कर रही है और कमला हैरिस के प्रचार अभियान का मुकाबला करने के लिए नए तरीकों की तलाश में जुटी हुई है। ट्रंप के लिए यह चुनाव बेहद महत्वपूर्ण है और उन्हें कमला हैरिस के आक्रामक प्रचार का मुकाबला करने के लिए पूरी ताकत लगानी पड़ेगी।
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ अब बेहद रोचक होती जा रही है। कमला हैरिस के आक्रामक प्रचार अभियान ने डोनाल्ड ट्रंप के लिए नई चुनौतियां पैदा कर दी हैं। डेमोक्रेटिक पार्टी की बड़ी प्लानिंग और हैरिस की सक्रियता ने चुनावी समीकरणों को बदल दिया है। अब देखना होगा कि ट्रंप और उनकी टीम कैसे इन चुनौतियों का सामना करती है और कमला हैरिस के आक्रामक प्रचार का मुकाबला करने के लिए क्या नई रणनीतियां अपनाती है।
इस चुनावी मुकाबले में दोनों पक्षों की तैयारी और उनकी रणनीतियां ही यह तय करेंगी कि अगले राष्ट्रपति कौन होंगे। लेकिन एक बात तय है कि कमला हैरिस के इस कदम से चुनावी गर्मी और बढ़ गई है और आने वाले दिनों में यह मुकाबला और भी दिलचस्प होगा।