अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सियासी पारा चढ़ गया है। रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक पार्टी के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। इस बार की चुनावी बहसें खास तौर पर दिलचस्प होने वाली हैं क्योंकि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने मौजूदा उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के साथ बहस करने को लेकर बड़ा बयान दिया है। ट्रंप ने इस संभावित बहस के महत्व पर सवाल उठाया है और कहा है कि वह ‘‘संभवतः’’ बहस करेंगे, लेकिन वह ‘‘ऐसा ना करने का भी तर्क दे सकते हैं।’’ इस बयान के बाद हैरिस की टीम ने ट्रंप पर पलटवार करते हुए कहा कि वह ‘डरे हुए हैं।’
संयम से दिया जवाब
फॉक्स न्यूज चैनल पर प्रसारित किए गए साक्षात्कार में ट्रंप से हैरिस के साथ बहस करने के बारे में कई बार सवाल किया गया। हालांकि, उन्होंने हाल के दिनों की तुलना में अधिक संयम से जवाब दिया। ट्रंप, जो बाइडेन के साथ बहस करने के लिए हमेशा तैयार थे, ने अब बाइडेन के दौड़ से बाहर होने और हैरिस के सामने आने के बाद मूल बहस की शर्तों पर सवाल उठाए हैं।
ट्रंप का तर्क

ट्रंप ने ABC न्यूज़ पर 10 सितंबर को प्रस्तावित बहस को किसी दूसरे नेटवर्क पर कराने का सुझाव दिया है। उन्होंने ABC को ‘‘फर्जी खबर’’ बताया है। पिछले हफ्ते पत्रकारों के साथ फोन पर बातचीत में ट्रंप से पूछा गया कि क्या वह कम से कम एक बार हैरिस के साथ बहस करेंगे। इस पर उन्होंने जवाब दिया, ‘‘हां, बिल्कुल। मैं ऐसा करना चाहूंगा।’’ ट्रंप ने कहा कि बहस करना एक बाध्यता है।
‘बहस करना चाहता हूं’

ट्रंप से बीते सोमवार के साक्षात्कार में बार-बार प्रोस्ताता लॉरा इंग्राहम द्वारा बहस को लेकर पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘मैं बहस करना चाहता हूं, हर कोई जानता है कि मैं कौन हूं और अब लोग जानते हैं कि वह कौन हैं।’’ पूर्व राष्ट्रपति ने अंत में कहा, ‘‘इसका उत्तर हां है, मैं संभवतः बहस करूंगा।’’ उन्होंने कहा कि राज्यों में प्रारंभिक मतदान शुरू होने से पहले किसी भी बहस को आयोजित किया जाना चाहिए, और फिर उन्होंने कहा, ‘‘इसका उत्तर हां है, लेकिन मैं ऐसा ना करने का भी तर्क दे सकता हूं।’’
कमला हैरिस की प्रतिक्रिया

कमला हैरिस की टीम ने ट्रंप के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि ट्रंप बहस से बचने के बहाने ढूंढ रहे हैं क्योंकि वह जानते हैं कि हैरिस के सामने उनकी कमजोरी उजागर हो सकती है। हैरिस की टीम ने यह भी कहा कि ट्रंप को बहस में शामिल होने से डर लगता है क्योंकि हैरिस के पास तथ्यों और तर्कों का मजबूत आधार है।
चुनावी रणनीति
यह सियासी घमासान चुनावी रणनीति का एक हिस्सा है। ट्रंप और हैरिस दोनों अपने-अपने समर्थकों को मजबूत संदेश देना चाहते हैं। ट्रंप जहां एक ओर अपनी पुरानी शैली में विरोधियों पर हमला कर रहे हैं, वहीं हैरिस अपनी सूझबूझ और तैयारी से ट्रंप को चुनौती दे रही हैं। यह बहस चुनावी माहौल को और गर्म कर सकती है और मतदाताओं को प्रभावित कर सकती है।
डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस के बीच संभावित बहस को लेकर सियासी माहौल गर्म हो चुका है। ट्रंप ने जहां बहस के महत्व पर सवाल उठाए हैं, वहीं हैरिस की टीम ने उन्हें डरपोक करार दिया है। इस जुबानी जंग के बीच, यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या ट्रंप और हैरिस वास्तव में बहस के मंच पर आमने-सामने आते हैं या नहीं। इस बहस का चुनावी परिणामों पर क्या असर पड़ता है, यह भी देखने वाली बात होगी।