कामयाबी के कुछ मीटर दूर, उत्तरकाशी के सिल्क्यारा टनल में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए एक रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। टनल में फंसे 41 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने का काम जारी है, जो पिछले 17 दिनों से टनल के अंदर फंसे हैं। इस ऑपरेशन में तमाम तरह की मुश्किलें हैं, जैसे कि मौसम का संकट और तकनीकी खामी। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान 52 मीटर तक का पाइप पुश किया गया है, और अब लक्ष्य से केवल 5 मीटर दूर है।
उत्तरकाशी के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन का काम जारी है और विभिन्न तकनीकी उपायों के साथ मजदूरों को बाहर निकालने की कवायद हो रही है। टनल से मजदूरों को बाहर निकालने के लिए हाइटेक अभियान के साथ-साथ पारंपरिक बचाव उपायों का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। रेस्क्यू ऑपरेशन में मौसम की बाधाएं और तकनीकी समस्याएं हैं, लेकिन कार्रवाई जारी है।
सीएम धामी ने बताया कि उन्होंने स्थानीय निरीक्षण के लिए सिल्क्यारा पहुंचकर टनल में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन का समीक्षा किया है और मजदूरों को बाहर निकालने के लिए 52 मीटर तक का पाइप पुश किया गया है। उन्होंने मजदूरों के परिवारों से अपील की है कि वे तैयार रहें और टनल से निकाले जाने के बाद मजदूरों को चिनयालिसौर अस्पताल ले जाए जाएगा।
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान मौसम की बाधाओं की संभावना है और बारिश और बर्फबारी का सम्भावित होना उपायों को प्रभावित कर सकता है। प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव डॉ.पीके मिश्रा और गृह मंत्रालय के सचिव श्री अजय भल्ला ने टनल रेस्क्यू ऑपरेशन का समीक्षा किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रिपोर्ट करी।
इसी के साथ, रेस्क्यू ऑपरेशन में सक्रिय रैट माइनर्स टीम ने रात भर मैनुअल ड्रिलिंग करके पाइप को आगे बढ़ाया है, लेकिन अभी भी कुछ चुनौतियों का सामना करना है। सीएम धामी ने बताया कि आने वाले तीन दिनों में बारिश और बर्फबारी की संभावना है, जिससे रेस्क्यू ऑपरेशन पर अड़चनें आ सकती हैं।
एक मीटर पाइप और कुछ ही मीटर दूर, रेस्क्यू ऑपरेशन के कदम बढ़ रहे हैं और उम्मीद है कि जल्दी ही मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सकेगा।