बॉलीवुड अभिनेत्री से राजनेता बनीं कंगना रनौत एक बार फिर सुर्खियों में हैं, और इस बार यह विवाद उनके 4 साल पुराने एक पोस्ट को लेकर है। यह पोस्ट उस वक्त वायरल हो गया जब कंगना को हाल ही में एक CISF महिला जवान ने थप्पड़ मारा।
किसान आंदोलन और कंगना का पोस्ट
चार साल पहले, किसान आंदोलन के दौरान, कंगना रनौत ने एक ट्वीट किया था जिसमें उन्होंने कुछ महिलाओं पर टिप्पणी की थी। कंगना ने अपने ट्वीट में लिखा था, “हा हा, ये वही दादी हैं जिन्हें टाइम मैगज़ीन की 100 सबसे प्रभावशाली व्यक्तियों की लिस्ट में शामिल किया गया था…. और ये 100 रुपये में शामिल हैं।” इस ट्वीट को लेकर काफी विवाद हुआ और कंगना ने इसे बाद में डिलीट भी कर दिया। लेकिन तब तक यह सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका था और लोगों के बीच काफी नाराजगी फैला चुका था। इस बयान के बाद पंजाब में कंगना को भारी विरोध का सामना करना पड़ा था।
थप्पड़ कांड
कंगना हाल ही में मंडी से लोकसभा चुनाव जीतने के बाद राजनीति में सक्रिय हो गई हैं। चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर एक CISF महिला जवान द्वारा थप्पड़ मारे जाने की घटना ने फिर से उनके पुराने विवाद को जीवित कर दिया है। महिला जवान ने कहा कि कंगना ने किसान आंदोलन के दौरान जो बयान दिया था, वह उसकी मां के खिलाफ था, क्योंकि उसकी मां भी उस आंदोलन में शामिल थीं।
कंगना का रिएक्शन
थप्पड़ कांड के बाद कंगना रनौत ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर इस घटना पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह हमला उग्र था और महिला जवान ने उन पर किसान आंदोलन पर की गई टिप्पणी के कारण हमला किया। कंगना ने इस मामले को खालिस्तानी आतंकियों से भी जोड़ा, जिससे यह मामला और अधिक विवादास्पद बन गया।
बॉलीवुड की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद बॉलीवुड के कई सेलेब्स कंगना के समर्थन में आए। उन्होंने इस तरह के हिंसक व्यवहार की निंदा की और कंगना के प्रति अपनी सहानुभूति व्यक्त की। कंगना की इस घटना पर प्रतिक्रिया देने वाले सेलेब्स ने कहा कि किसी भी प्रकार की हिंसा को सहन नहीं किया जाना चाहिए और इसे उचित ठहराना मुश्किल है, भले ही इसके पीछे किसी पुराने विवाद का कारण हो।
राजनीति में कंगना का सफर
कंगना रनौत का राजनीति में प्रवेश पहले से ही विवादों से भरा रहा है। अपने बेबाक बयानों और विवादित टिप्पणियों के लिए मशहूर कंगना ने राजनीति में कदम रखते ही कई मुद्दों पर अपनी राय व्यक्त की है। लेकिन, उनके कुछ बयानों ने उन्हें विवादों के केंद्र में ला खड़ा किया है।
किसान आंदोलन और शाहीन बाग प्रोटेस्ट
कंगना ने अपने पुराने बयान को लेकर माफी मांगने से इनकार किया था। उन्होंने यह दावा किया था कि उनका बयान शाहीन बाग प्रोटेस्ट के संदर्भ में था, न कि किसान आंदोलन के बारे में। लेकिन, इस स्पष्टीकरण के बावजूद लोगों में नाराजगी बनी रही और यही नाराजगी हाल ही में फिर से सामने आई जब CISF महिला जवान ने उन पर हमला किया।
कंगना का समर्थन और विरोध
कंगना के विवादित बयानों और उनके प्रति लोगों की प्रतिक्रिया ने उन्हें एक पोलराइजिंग फिगर बना दिया है। उनके समर्थक उन्हें बेबाक और सच्चाई बोलने वाली नेता मानते हैं, जबकि उनके विरोधी उन्हें गैर-जिम्मेदाराना और भड़काऊ बयान देने वाली के रूप में देखते हैं। इस घटना ने एक बार फिर से कंगना को विवादों के घेरे में ला दिया है और यह देखना दिलचस्प होगा कि इसका उनके राजनीतिक करियर पर क्या प्रभाव पड़ता है।
कंगना रनौत का 4 साल पुराना पोस्ट और उस पर हुए विवाद ने उन्हें एक बार फिर से सुर्खियों में ला दिया है। CISF महिला जवान द्वारा थप्पड़ मारने की घटना ने इस पुराने विवाद को फिर से जीवित कर दिया है और कंगना के समर्थकों और विरोधियों के बीच एक नई बहस छेड़ दी है। यह घटना एक बार फिर से साबित करती है कि कंगना रनौत का नाम किसी न किसी विवाद से जुड़ा रहता है, चाहे वह बॉलीवुड में हो या अब राजनीति में। इस मामले का प्रभाव कंगना के राजनीतिक भविष्य पर भी देखा जा सकता है और यह देखना बाकी है कि वे इस विवाद से कैसे निपटती हैं और आगे बढ़ती हैं।