दिल्ली हाई कोर्ट में आज अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ चल रहे मामले की सुनवाई होगी। केजरीवाल ने अपनी गिरफ्तारी के मामले में दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक हलफनामा दाखिल किया है, जिसमें उन्होंने केजरीवाल को शराब घोटाले के किंगपिन बताया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) ने शराब घोटाले के रुपयों का सबसे ज्यादा फायदा उठाया है। इस मामले में केजरीवाल की याचिका के साथ-साथ ED का हल्फनामा भी महत्वपूर्ण है।
केजरीवाल ने अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ 23 मार्च को याचिका दायर की थी, और इसके बाद हाई कोर्ट ने ED को नोटिस जारी कर 2 अप्रैल तक जवाब मांगा था। ED ने अपने हल्फनामे में कहा कि केजरीवाल शराब घोटाले के मुख्य आरोपी हैं और उन्होंने अपने पार्टी के माध्यम से मनी लॉन्ड्रिंग का अपराध किया है। उन्होंने यहां तक भी दावा किया कि केजरीवाल ने दिल्ली की पूरी शराब नीति को तैयार किया था।
इस मामले में ED ने आप को शराब घोटाले के रुपयों का सबसे ज्यादा फायदा उठाने का आरोप लगाया है। वे कहते हैं कि आप ने गोवा विधानसभा चुनाव 2022 में शराब घोटाले के लगभग 45 करोड़ रुपये खर्च किए और उन पैसों को हवाला के जरिए गोवा पहुंचाया गया। ED का मानना है कि इस गिरफ्तारी मामले में PMLA 2002 की धारा 70 के तहत आरोप लगाए गए हैं।
इस मामले में ED ने अपने हल्फनामे में गवाह एनडी गुप्ता के बयान का भी जिक्र किया है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने नीति बनाने में सीधे तौर पर जुड़े थे और उन्होंने जांच एजेंसी को 9 समन भेजकर मामले की जांच में सहयोग करने के कई मौके दिए। हालांकि, केजरीवाल ने जानबूझकर एजेंसी के आदेश को माना नहीं और हर बार कोई न कोई बहाना बनाकर जांच में शामिल नहीं हुए।
इस मामले में हाई कोर्ट आज सुनवाई करेगा और इस मामले में न्यायिक प्रक्रिया को आगे बढ़ाएगा। केजरीवाल की याचिका के साथ-साथ ED का हल्फनामा भी मामले को मोड़ सकता है। इस विवाद में आगे क्या होता है, यह आज की सुनवाई में स्पष्ट होगा।