केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज का बुधवार को मलप्पुरम जिले में एक्सीडेंट हो गया। उनकी कार मलप्पुरम के मंचेरी में एक सड़क दुर्घटना का शिकार हो गई। इस दुर्घटना में वीना जॉर्ज को मामूली चोटें आई हैं। उनके बाएं हाथ में चोट लगी है और उन्हें इलाज के लिए मंचेरी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। मंत्री वायनाड में भूस्खलन प्रभावित इलाकों का दौरा करने जा रही थीं और इस दौरान यह हादसा हुआ।
भूस्खलन प्रभावित वायनाड का दौरा
स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज वायनाड भूस्खलन में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों और घायलों से मिलने जा रही थीं। वायनाड जिले में भूस्खलन की घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 146 हो गई है और 200 से अधिक लोग घायल हुए हैं। यह हादसा तब हुआ जब मंत्री अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने के लिए वायनाड जा रही थीं, जिससे उनकी जिम्मेदारी और संवेदनशीलता का पता चलता है।
बचाव कार्य और स्थिति
वायनाड में भूस्खलन के बाद से बचाव कार्य लगातार जारी है। सेना, नौसेना और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के बचाव दल मलबे में दबे लोगों की तलाश में जुटे हैं। भूस्खलन की घटनाएं मंगलवार को तड़के 2:00 बजे से 4:00 बजे के बीच हुईं, जिससे अपने घरों में सो रहे लोगों को बचने का मौका नहीं मिल पाया। मलबे में दबे लोगों की तलाश अभी भी जारी है और मृतक संख्या और बढ़ने की आशंका है।
प्रभावित इलाकों की स्थिति
वायनाड जिले के मुंडक्कई और चूरलमाला इलाकों में 180 से अधिक लोग लापता हैं और 300 से ज्यादा मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। भूस्खलन ने पूरे इलाके में भारी तबाही मचाई है। नीलमबुर और मेप्पडी से करीब 30 मानव अंग भी बरामद किए गए हैं, जो इस आपदा की भयावहता को दर्शाते हैं। वायनाड जिला प्रशासन की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, यह आपदा बेहद विनाशकारी रही है।
वीना जॉर्ज की प्रतिक्रिया
स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने एक्सीडेंट के बाद कहा कि वह जल्द ही अपने कर्तव्यों पर लौटेंगी और वायनाड के लोगों की सहायता में कोई कसर नहीं छोड़ेंगी। उन्होंने कहा कि सरकार और स्वास्थ्य विभाग इस संकट की घड़ी में प्रभावित लोगों की हर संभव मदद करेंगे। वीना जॉर्ज की इस बयान से यह साफ होता है कि वह अपने कर्तव्यों के प्रति पूरी तरह से समर्पित हैं और किसी भी परिस्थिति में जनता की सेवा करने से पीछे नहीं हटेंगी।
सरकार की प्रतिक्रिया
केरल सरकार ने वायनाड भूस्खलन के बाद तुरंत ही राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया था। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि सरकार इस आपदा की घड़ी में प्रभावित लोगों के साथ खड़ी है और हर संभव सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने बचाव कार्य के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं और सेना, नौसेना और एनडीआरएफ की टीमों को तत्काल प्रभाव से तैनात कर दिया गया है।
जनता का समर्थन
वायनाड के लोग इस संकट की घड़ी में एकजुट होकर एक-दूसरे की मदद कर रहे हैं। स्थानीय निवासी और स्वयंसेवक भी बचाव कार्य में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं। कई सामाजिक संगठनों ने भी राहत कार्य में सहयोग दिया है और प्रभावित लोगों के लिए भोजन, पानी और चिकित्सा सुविधाओं का प्रबंध किया है। यह दर्शाता है कि केरल की जनता संकट के समय में एकजुट होकर अपनी एकता और सामूहिकता का परिचय दे रही है।
भविष्य की योजनाएं
केरल सरकार ने भूस्खलन प्रभावित इलाकों के पुनर्निर्माण और पुनर्वास के लिए विस्तृत योजनाएं बनाई हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार उन सभी परिवारों को मुआवजा देगी जिन्होंने इस आपदा में अपने प्रियजनों को खोया है। इसके अलावा, पुनर्वास के लिए विशेष योजनाएं बनाई जा रही हैं ताकि प्रभावित लोग जल्दी से जल्दी सामान्य जीवन में लौट सकें।
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज का एक्सीडेंट और वायनाड में भूस्खलन की घटना एक गंभीर स्थिति को दर्शाते हैं। लेकिन सरकार और जनता के सामूहिक प्रयासों से इस संकट का सामना किया जा रहा है। वीना जॉर्ज की तत्परता और सरकार की सक्रियता इस बात का प्रमाण हैं कि केरल इस आपदा से उबरने के लिए पूरी तरह से तैयार है। जनता के समर्थन और सरकार की योजनाओं से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि प्रभावित लोग जल्द ही अपने जीवन को पटरी पर ला सकें।