पंजाब की एक लड़की खाड़ी देशों से जान बचाकर अपने घर लौट आई है। यह कहानी सिर्फ उसकी नहीं है, बल्कि उन अनगिनत महिलाओं की भी है जो पैसे कमाने की चाह में खाड़ी देशों का रुख करती हैं और वहां उनके साथ शोषण होता है। यह घटना हमें बताती है कि कैसे धोखाधड़ी और शोषण का शिकार बनाकर इन महिलाओं को नारकीय जीवन जीने के लिए मजबूर किया जाता है।
परिवार की आर्थिक मदद के लिए खाड़ी देशों का रुख
जालंधर जिले की रहने वाली यह युवती अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए दुबई गई थी। उसकी मां विधवा है और परिवार की स्थिति बहुत ही दयनीय थी। उसने सोचा कि विदेश जाकर कमाई करेगी और अपने परिवार की हालत सुधारेगी। उसने एक ट्रैवल एजेंट से संपर्क किया जिसने उसे दुबई भेजने के लिए 30 हजार रुपये लिए। लेकिन जब वह दुबई पहुंची, तो उसकी जिंदगी पूरी तरह बदल गई।
ट्रैवल एजेंट की धोखाधड़ी

पीड़िता को दुबई नहीं बल्कि ओमान के मस्कट में बेच दिया गया। वहां पहुंचने पर उसे यह एहसास हुआ कि उसे धोखे से वहां लाया गया है। ट्रैवल एजेंट ने उसे दुबई में अच्छी नौकरी देने का वादा किया था, लेकिन उसे बेच दिया गया। मस्कट में उसे रोजाना पीटा जाता था। पीड़िता ने बताया कि उसे चमड़े की बेल्ट से पीटा जाता था और पूरे दिन घर का काम करने के बाद उसे एक ऑफिस में बंद कर दिया जाता था। यह सब कुछ उसके लिए बहुत ही भयानक था।
नारकीय जीवन का अनुभव
पीड़िता ने बताया कि वह पांच महीने तक नारकीय जीवन जीती रही। उसे ठीक से खाना भी नहीं दिया जाता था और बीमार होने पर इलाज भी नहीं कराया जाता था। उसने बताया कि वहां के लोग बहुत ही निर्दयी थे और उसे किसी भी तरह की राहत नहीं दी जाती थी। उसके साथ जो अत्याचार हो रहा था, वह बहुत ही भयानक था। कभी-कभी तो इतनी पिटाई होती थी कि वह बेहोश हो जाती थी। उसने कहा कि उसने उम्मीद छोड़ दी थी कि वह वहां से जिंदा बच पाएगी।
संत बलबीर सिंह सीचेवाल की मदद

इस कठिन परिस्थिति में राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने उसकी मदद की। पीड़िता ने संत बलबीर सिंह को धन्यवाद देते हुए कहा कि अगर उन्होंने समय पर उसकी मदद नहीं की होती, तो उसकी वापसी मुश्किल थी। उसकी विधवा मां ने हिम्मत नहीं हारी और किसी तरह संत बलबीर सिंह से संपर्क किया। संत बलबीर सिंह सीचेवाल की कोशिशों से वह अपने वतन लौट आई।
लड़की को वापस करने के लिए लाखों की मांग
पीड़िता की मां ने बताया कि जब उसे इस बारे में पता चला, तो उसने एजेंट से अपनी बेटी को वापस बुलाने की गुहार लगाई। लेकिन एजेंट ने लड़की को वापस करने के लिए लाखों रुपये की मांग की। पैसे नहीं देने की स्थिति के चलते उसने अपनी बेटी की वापसी की उम्मीद छोड़ दी थी। संत बलबीर सिंह सीचेवाल की मदद से उसकी बेटी की जान बच गई।
खाड़ी देशों में महिलाओं का शोषण
खाड़ी देशों में काम करने के लिए जाने वाली महिलाओं के साथ शोषण के मामले लगातार सामने आते हैं। यह घटना इस बात का सबूत है कि वहां महिलाओं की स्थिति बहुत दयनीय है। ट्रैवल एजेंटों ने बड़ी संख्या में लोगों को धोखा दिया है। संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने पंजाब के लोगों से अपील की है कि वह किसी भी एजेंट पर भरोसा न करें। खाड़ी देशों में महिलाओं के साथ हो रहे शोषण को रोकने की आवश्यकता है।
यह कहानी सिर्फ एक युवती की नहीं है, बल्कि उन अनगिनत महिलाओं की है जो विदेश जाकर काम करने के लिए मजबूर होती हैं और वहां उनके साथ शोषण होता है। हमें इस समस्या को गंभीरता से लेना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी महिला ऐसे हालात में न फंसे। राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल की मदद से एक युवती की जान बचाई जा सकी, लेकिन हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। हमें ट्रैवल एजेंटों पर सख्त निगरानी रखनी होगी और लोगों को जागरूक करना होगा ताकि वह किसी भी तरह के धोखे से बच सकें।