नागपुर: यूपीएससी के सिविल सर्विसेज एग्जाम 2022 के परिणामों में दावा करने वाले खान सर पर एक्शन हो गया है. उन्हें 5 लाख रुपये का जुर्माना भरना पड़ेगा, जिसे सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी (CCPA) ने लगाया है. आइए जानते हैं इस मामले का पूरा सच.

सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले खान सर के टीचिंग शैली की बजह से वह काफी फेमस हो गए हैं. हालांकि, उन्हें सिविल सर्विसेज में सेलेक्ट हुए छात्रों के संख्या पर संदेह हो रहा है. इस पर यूपीएससी के नतीजे की घोषणा होने के बाद, खान सर ने दावा किया कि उनके कोचिंग संस्थान की 933 में से 682 छात्र सिलेक्ट हुए हैं.

हालांकि, इस दावे के बाद उन पर 5 लाख रुपये का जुर्माना लगा दिया गया है. सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी ने खान स्टडी ग्रुप को भ्रामक एडवर्टाइजमेंट और अनफेयर ट्रेड प्रैक्टिस के आरोप में यह फैसला किया है. आरोप है कि खान सर ने अपने विज्ञापनों में सिविल सर्विसेज एग्जाम के सफल छात्रों की गलत तस्वीरें दिखाई और छात्रों को गुमराह किया.

इस मामले में सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी ने खान स्टडी ग्रुप पर 5 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है और इसे भ्रामक एडवर्टाइजमेंट और अनफेयर ट्रेड प्रैक्टिस के लिए दंडित किया है. इस निर्णय का सुत्रात्मक परिणाम है कि सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहे छात्रों को सही और सटीक जानकारी मिले और उन्हें गुमराह नहीं किया जाए.

खान सर को यह जुर्माना चुकाने के लिए अब उन्हें 5 लाख रुपये जमा करने पड़ेंगे, जिससे उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इसके साथ ही, सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले खान सर के छात्रों को भी यह एक सच्चाई का परिचय हो सकता है.