आज है 22 वीं बरसी, जब 2001 में संसद भवन पर हुए आतंकी हमले ने देश को गहरे शोक में डाला था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा है कि इस दिन को हमेशा याद रखेंगे, जब हमारे वीर सुरक्षा कर्मियों ने अपने प्राणों की बलिदान देकर देश की सुरक्षा के लिए अद्भुत साहस दिखाया था।
प्रधानमंत्री ने शोक संतप्त परिवारों के साथ सहयोग और श्रद्धांजलि भेजते हुए यह कहा कि हम इन वीर जवानों को कभी नहीं भूल सकते, और उनका साहस और बलिदान हमें आत्मनिर्भर और सुरक्षित बनाता है। उन्होंने ट्वीट किया, “खतरे के सामने उनका साहस और बलिदान हमारे देश की स्मृति में हमेशा अंकित रहेगा। हम उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और उनके परिवारों के साथ हैं।”
इस मौके पर राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने भी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि इस दिन देश ने अपनी वीरता और साहस से संघर्ष किया और आतंकवादियों को हराया। राष्ट्रपति ने ट्वीट कर कहे की , “2001 में हुए संसद पर आतंकवादी हमले में अपनी जान गंवाने वाले वीर सुरक्षा कर्मियों के लिए पूरा देश हमेशा ऋणी रहेगा। उनका बलिदान हमारे लिए प्रेरणा स्रोत है।”
इस दर्दनाक घड़ी को याद करते हुए, उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भी कहा कि इस मौके पर हम वीर शहीदों को नमन करते हैं और उनकी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। उन्होंने ट्वीट कर बताये की , “2001 में हमारी संसद पर हमले के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर, साहसी एवं पराक्रमी सुरक्षाकर्मियों को याद करते हुए। भारत उनके सर्वोच्च बलिदान के लिए हमेशा उनका ऋणी रहेगा।”
22 साल पहले इसी दिन, पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी ने संसद भवन पर हमला किया था, जिसमें 13 दिसंबर 2001 को नौ लोगों की मौत हो गई थी। सुरक्षा बलों ने हमले के बाद पांचों आतंकवादियों को मार गिराया था। इस आतंकी हमले की याद में, देशभर में आज श्रद्धांजलि सभी शहीदों को अर्पित की जा रही है।