बेगूसराय: बिहार के बेगूसराय जिले में एक अमानवीय घटना सामने आई है, जिसमें किराना दुकान से बिस्किट और कुरकुरे चोरी करने के आरोप में चार नाबालिग बच्चों को न सिर्फ पीटा गया बल्कि उन्हें चारों को खंभे में बांधकर घंटों रखा गया। इस घटना के बारे में रिपोर्टिंग हुई है कि दरअसल, चार नाबालिग बच्चों को दुकान में चोरी करते पकड़ा गया |
इस मामले में एसपी योगेंद्र कुमार ने बताया कि इसका मामला वीरपुर पुलिस के संज्ञान में है और जांच में पाया गया है कि दुकानदार के यहां कुछ बच्चे लगातार चोरी कर रहे थे। उन्हें पकड़ लिया गया और इसके बाद उन्हें बचाने की बजाय उन्हें शारीरिक दंड देने का तरीका अपनाया गया। इस घटना का वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें दिखा जा रहा है कि चार नाबालिगों बच्चे को खंभे में बांधकर उन्हें पीटा जा रहा है।
बच्चों के परिजनों ने इस मामले में किसी भी तरह की आपत्ति नहीं जताई है और एक लिखित आवेदन के लिए संपर्क करने के बाद भी वे नहीं दिखे गए हैं। हालांकि, इस मामले में एसपी ने दुकानदार पर कठोर से कठोर कार्रवाई करने का आदेश दिया है और इस परिचय की जांच की जा रही है। एसपी ने कहा है कि बच्चों के साथ इस तरह का कार्रवाई करना गंभीर अपराध है और इस पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यह मामला दिखाता है कि बच्चों के साथ ऐसी अनैतिक दंड देना न केवल क़ानूनी दृष्टिकोण से गलत है, बल्कि यह सामाजिक सुरक्षा और बच्चों के मानवाधिकार के खिलाफ भी है। ऐसी घटनाएं समाज में असुरक्षा और अनैतिकता की माहौल को बढ़ा सकती हैं और हमें इस प्रकार की घटनाओं के खिलाफ हमें आवाज बुलंद करना चाहिए।
इसमें सामाजिक प्रतिबद्धता भी शामिल है, जिससे बच्चों को सहारा मिल सके और ऐसे घटनाओं को रोका जा सके। सामाजिक संगठन और शिक्षा संस्थानों को भी इसमें अपना योगदान देना चाहिए ताकि बच्चों को सही मार्गदर्शन मिल सके और उन्हें अपने अधिकारों की जागरूकता हो।
इस मामले से हमें यह सिखने को मिलता है कि समाज में ऐसी घटनाओं के खिलाफ उठने वाली आवाज हमें अगले पीढ़ियों के लिए एक सुरक्षित और इंसानी माहौल बनाए रखना चाहिए।