भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद प्रताप सिम्हा, जो कर्नाटक के लोकसभा क्षेत्र से हैं, हाल ही में हुए संसद हमले की बरसी के मुद्दे में सुर्खियों में हैं। इस घटना में आपकी रेफरेंस से बने गए विजिटर पास के जरिए दो आरोपी संसद में पहुंचे थे।

प्रताप सिम्हा, 42 वर्षीय, कर्नाटक के सकलेशपुर में जन्मे और उनके पिता का नाम स्वर्गीय बी.ई. गोपाल गौड़ा है। वे एक पूर्व पत्रकार भी हैं और कर्नाटक में प्रकाशित दैनिक मेल में काम करते थे। सिम्हा ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल होकर 2014 में मैसूर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और विरोधी प्रत्याशी पर भारी वोटों से जीत हासिल की थी।वे एक अच्छे पत्रकार से राजनीतिक जीवन में कदम रखने वाले हैं, जिन्होंने अपनी पहली कदम सागर न्यूज पेपर में रखा। उनका कॉलम ‘बेट्टाले जगत्तु’ कर्नाटक में प्रसिद्ध हो गया था, जो तेजतर्रार हिंदुत्व राजनीति से भरा हुआ था।

2014 में, प्रताप सिम्हा ने राजनीति में कदम रखा और बीजेपी युवा मोर्चा के अध्यक्ष बन गए। उन्होंने 2014 में मैसूर से लोकसभा चुनाव लड़ा और दूसरे प्रतिद्वंद्वी के सामान्य से 32000 वोटों से जीत हासिल की।
सांसद दानिश अली के अनुसार, आज संसद में हुए हमले के दो आरोपी विजिटर पास के जरिए आए थे जो प्रताप सिम्हा के रेफरेंस से थे। उन्होंने संसद में छलांग लगाकर गैस फेंकी, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया।

उन्होंने युवा मोर्चा के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया है और वर्तमान में भी कन्नड़ भाषा के समाचार पत्रों में कॉलम लिखते हैं। उनकी तेजतर्रार हिंदुत्व राजनीति के लिए जाने जाते हैं और उन्होंने भारतीय प्रेस परिषद के सदस्य भी बनाए गए हैं।
संसद हमले की घटना में, दो युवकों ने उनके रेफरेंस से बने गए विजिटर पास के जरिए संसद में प्रवेश किया और इसके बाद हंगामा मचाया। इस पूरे मामले पर जाँच जारी है और उनसे पुलिस पूछताछ कर रही है। यह घटना संसद की सुरक्षा में चूक का कारण बनी है और सुरक्षा के प्रणाली में सुधार की जा रही है।
प्रताप सिम्हा के परिवार में उनकी पत्नी अर्पिता और एक बेटी हैं। उनकी संपत्ति की मान लगभग 1,87,23,762 रुपये है, जबकि उनकी देनदारियाँ कुल मिलाकर 65,86,698 रुपये हैं। इससे साफ है कि उनका जीवन सार्थक और सफल है।