समझौते के अनुसार, हमास ने 7 अक्टूबर के हमले के दौरान बंधक बनाए गए 50 फिलिस्तीनी कैदियों में से 50 को छोड़ने का फैसला किया है.
इसके बदले में, इस्राइल ने कम से कम 150 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करने का आश्वासन दिया है.समझौते के तहत, इस्राइल और हमास ने गाजा युद्ध में चार दिनों की इम्तिहान रखने का भी सहमति किया है.
इसके बाद गाजा पट्टी में अधिक मानवीय सहायता की अनुमति देने का भी आश्वासन दिया गया है. हमास ने बताया है कि रिहा होने वाले कैदियों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं. इस्राइल ने भी संभावित रिहाई के लिए 300 फ़िलिस्तीनी कैदियों की सूची प्रकाशित की है.
रिहाई के लिए सूची में कैदियों की जानकारी, उनकी उम्र, और उन पर लगे आरोपों का भी विवरण है आरोपों में ‘पत्थर फेंकना’, ‘क्षेत्रीय सुरक्षा को नुकसान पहुंचाना’ जैसे मामले शामिल हैं. फिलिस्तीनी प्राधिकरण के मुताबिक, वर्तमान में लगभग 8,300 फिलिस्तीनी कैदी इजराइली जेलों में बंद हैं.
इनमें से 3,000 से अधिक लोग ‘प्रशासनिक हिरासत’ में हैं. गाजा युद्ध के बाद इजराइल ने हमास के नियंत्रण वाले क्षेत्रों में गिरफ्तारियां तेजी से बढ़ाईं हैं. इसके साथ ही, इजराइल ने अकेले एक महीने में गिरफ्तारी शुरू करते ही 2,070 लोगों को बंधक बना लिया है.
इस समझौते के माध्यम से साबित हो रहा है कि इजराइल और हमास दोनों ही आपसी सहमति के माध्यम से तनाव को कम करने की कोशिश कर रहे हैं, और इसके साथ ही फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई की प्रक्रिया शुरू हो रही है।