गैंगस्टर लारेंस विश्नोई और उसके करीबी सहयोगियों पर ईडी की टीम ने मंगलवार को तथाकथित अवैध शराब और खालिस्तानी संगठनों के साथ जुड़े आरोपों के चलते छापेमारी की है। यह छापेमारी राजस्थान और हरियाणा में लारेंस विश्नोई के सहयोगियों के 13 ठिकानों पर की गई है।
सुरेंद्र चीकू, लारेंस विश्नोई के सहयोगी, का राइट हैंड माना जा रहा है और उनका ठिकाना ईडी की छापेमारी के दौरान भी किया गया है। ईडी ने सुरेंद्र चीकू और उसके सहयोगियों पर अवैध शराब और खालिस्तानी संगठनों से जुड़े आरोप लगाए हैं।
सुरेंद्र चीकू और उनके सहयोगी लोगों पर हरियाणा पुलिस ने पहले ही अपहरण, हत्या, रंगदारी, आर्म्स एक्ट के केस दर्ज किए हैं और अब ईडी ने भी पीएमएलए के तहत केस दर्ज किया है।
सुरेंद्र चीकू और लारेंस विश्नोई के सहयोगियों का अवैध शराब बिजनेस में शामिल होना और विशेष रूप से खालिस्तानी संगठनों से जुड़े होने का आरोप है।
ईडी की छापेमारी से पहले भी इस साल सितंबर महीने में एनआईए ने लारेंस विश्नोई और उसके सहयोगियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी और इसमें भी उनके अवैध शराब व्यापार और खालिस्तानी संगठनों से जुड़े होने का आरोप था।
सुरेंद्र चीकू और लारेंस विश्नोई के सहयोगियों ने मुख्य रूप से अवैध शराब की बिक्री और जबरन वसूली के माध्यम से भारी मात्रा में धन अर्जित किया है। इस धन का उपयोग खालिस्तानी आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने में किया जाता है।
विदेश तक फैला हुआ यह अवैध कारोबार थाईलैंड से कनाडा तक फैला हुआ है और एनआईए इस वित्तीय नेटवर्क को रोकने के लिए कठिनाईयों का सामना कर रही है। खासकर सोशल मीडिया का इस्तेमाल करके खालिस्तानी समूह लोगों को भर्ती करने का आरोप है। इसके अलावा, चार्जशीट के मुताबिक, 2019 से 2021 के बीच थाईलैंड से कनाडा 13 बार बड़ी रकम भेजी गई है।