बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा में यह स्पष्ट कर दिया कि राज्य सरकार लोगों को मुफ्त में बिजली नहीं देगी। उन्होंने कहा कि पहले से ही लोगों को रियायती दर पर बिजली दी जा रही है।
पटना: बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में मुफ्त बिजली नहीं दी जाएगी क्योंकि राज्य सरकार इसे बहुत कम मूल्य पर पहले से ही उपलब्ध करा रही है। बजट सत्र के दौरान सीएम नीतीश ने इस बात पर जोर दिया कि उन्होंने कभी भी बिहार में मुफ्त में बिजली देने की बात नहीं कही। नीतीश ने कहा,’मैं शुरू से कह रहा हूं कि यह मुफ्त में नहीं दिया जाएगा। हम इसे बहुत कम कीमत पर उपलब्ध कराते हैं ताकि यह सुरक्षित रहे। कुछ राज्यों में, वे ऐलान करते हैं कि वे इसे फ्री में प्रदान करेंगे लेकिन हमने कभी ऐसा नहीं कहा।’
विपक्ष की दलील सीएम नीतीश कुमार ने खारिज की
मुख्यमंत्री ने विधानसभा में उर्जा विभाग के 2024-25 के लिए बजटीय आवंटन पर बहस के दौरान यह बात कही। विपक्ष की यह मांग थी कि गरीबों को कम से कम 200 यूनिट मुफ्त बिजली दी जाए। लेकिन नीतीश कुमार ने विपक्ष की दलील को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि उपभोक्ताओं को अत्यधिक रियायती दरों पर बिजली पहले से ही दी जा रही है।
मुफ्त बिजली की मांग CPI विधायक ने उठाई थी
ऊर्जा विभाग के 11,422.67 करोड़ रुपये के बजटीय प्रस्ताव को सदन ने ध्वनि मत से पारित कर दिया। मुख्यमंत्री ने विपक्षी सदस्यों की कम से कम 6,000 रुपये प्रति माह से कम कमाने वाले 94 लाख परिवारों को 200 यूनिट बिजली देने की मांग को खारिज करते हुए कहा, ‘हम उपभोक्ताओं को मुफ्त बिजली नहीं दे सकते। मैं यह वर्षों से कह रहा हूं। हम पहले से ही उपभोक्ताओं को अत्यधिक रियायती दरों पर बिजली दे रहे हैं।’ यह मांग सबसे पहले भाकपा के विधायक संदीप सौरव ने ऊर्जा विभाग के लिए बजट आवंटन पर बहस के दौरान अबाज उठाई थी।
खेती के लिए बिजली 70 पैसे प्रति यूनिट पर -ऊर्जा मंत्री
राज्य के ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने सीएम की टिप्पणी को दोहराते हुए कहा, ‘हम मुफ्त में बिजली नहीं दे सकते।’ उन्होंने कहा कि स्मार्ट प्रीपेड बिजली विभाग मीटर लगाने वाले उपभोक्ताओं के लिए विभिन्न छूट योजनाएं शुरू कर रहा है। यादव ने इसके अलावा कृषि गतिविधियों के लिए सरकार द्वारा 70 पैसे प्रति यूनिट बिजली पर सब्सिडी पर प्रकाश डाला। मंत्री ने कहा, ‘बिजली उपभोक्ताओं को सब्सिडी देने के लिए राज्य सरकार ने 2023-24 में 13,114 करोड़ रुपये मंजूर किए। जहां तक सवाल का किसानों है, सरकार पहले से ही उन्हें खेती के लिए मात्र 70 पैसे प्रति यूनिट की दर पर बिजली उपलब्ध करा रही है।’
नीतीश अपनी मर्जी से एनडीए में गए-राबड़ी
इस बीच, बिहार की पूर्व सीएम और RJD नेता राबड़ी देवी ने मंगलवार को पूर्व सहयोगी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह पिछली बार अपनी मर्जी से राजद गठबंधन में शामिल हुए थे और इस बार वह बिना किसी दबाव के अपनी मर्जी से चले गए हैं। उन्होंने कहा, “वह (नीतीश कुमार) पिछली बार अपने आप हमारे साथ आए थे, हमने उन्हें कभी नहीं बुलाया। इस बार भी वह अपने आप चले गए हैं, किसी ने उन्हें मजबूर नहीं किया। पिछले 25 वर्षों से हमारे खिलाफ ईडी और सीबीआई की जांच चल रही है। इसमें कुछ भी नया नहीं है…बिहार और देश की जनता हमारे साथ है।”