राजद नेता लालू प्रसाद यादव के साले ने जमीन संबंधी मामले में आज कोर्ट में सरेंडर कर दिया। दरअसल, पिछले साल दर्ज हुए एक मामले में वह फरार चल रहे थे। वहीं कोर्ट के आदेश पर पुलिस टीम जब मकान की कुर्की करने पहुंची तब उन्होंने कोर्ट में सरेंडर किया है।
पटना: बिहार की राजधानी पटना में राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के साले के घर की कुर्की करने पुलिस की टीम गई थी। इसी बीच लालू यादव के साले सुभाष यादव ने कोर्ट में आत्म समर्पण कर दिया। इसके बाद पुलिस की टीम ने कुर्की की कार्रवाई को रोक दिया और वापस लौट गई। बता दें कि लालू प्रसाद यादव के साले सुभाष यादव भी पूर्व सांसद रह चुके हैं। उनपर जमीन की दखल और रंगदारी से जुड़े मामले में मुकदमा दर्ज कराया गया था।
एक साल पुराना मामला
दरअसल, पूरा मामला पटना के बिहटा स्थित नेउरा थाना क्षेत्र के बेला गांव का है। यहां के भीम वर्मा ने पिछले साल 4 मई 2023 को लालू प्रसाद के साले और पूर्व सांसद सुभाष यादव के खिलाफ जमीन दखल और रंगदारी संबंधित मामला दर्ज कराया था। इस मामले में पूर्व सांसद सुभाष यादव, उनकी पत्नी रेणु देवी और बेटा समेत 7 लोगों को अभियुक्त बनाया गया था। इसमें मुख्य आरोपी पूर्व सांसद सुभाष यादव थे। सुभाष यादव इस मामले में फरार चल रहे थे। कई बार चेतावनी देने के बाद अदालत ने इस मामले की सुनवाई करते हुए आवास की कुर्की करने का आदेश दे दिया।
JCB लेकर कुर्की करने पहुंची पुलिस
अदालत का आदेश मिलने के बाद पुलिस पटना के राजा बाजार स्थित सुभाष यादव के आवास पर JCB मशीन लेकर कुर्की करने पहुंच गई। जैसे ही कुर्की की जानकारी पूर्व सांसद सुभाष यादव को मिली तो उन्होंने MP-MLA कोर्ट में आत्म समर्पण कर दिया। वहीं पूर्व सांसद सुभाष यादव के आत्मसमर्पण के बाद एमपी-एमएलए न्यायालय ने उनको न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इसके बाद कुर्की करने गयी पुलिस की टीम ने कार्रवाई को रोक दिया और वापस लौट गई।
फरार चल रहे थे सुभाष यादव
पूरे मामले को लेकर दानापुर ASP सुश्री दीक्षा ने कहा कि पटना पुलिस के द्वारा जमीन माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करने की मुहिम के तहत बिहटा थाना में प्राथमिकी दर्ज मामले के मुख्य आरोपी पूर्व सांसद सुभाष यादव फरार चल रहे थे। इस मामले में पुलिस की टीम न्यायालय के आदेश पर उनके घर की कुर्की करने गई थी। इसी बीच पुलिस टीम को जानकारी मिली कि पूर्व सांसद ने कोर्ट में आत्म समर्पण कर दिया है। इसके बाद हमने कार्रवाई रोक दी और पुलिस की टीम वापस आ गई।