नालंदा :हिलसा 18 अक्टुबर 2023 : शारदीय नवरात्र के पावन अवसर पर जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व सांसद श्री राजेश रंजन उर्फ़ पप्पू यादव और जन अधिकार युवा परिषद के प्रदेश अध्यक्ष राजू दानवीर ने नालंदा के हिलसा में स्थित माता महाकाली मंदिर में मत्था टेका। इस दौरान उन्होंने शाम की आरती में भाग लिया और मां काली से समस्त मानव कल्याण के साथ प्रदेश वासियों की खुशहाली की कामना की।
इस अवसर पर पप्पू यादव ने मंदिर प्रांगण में मौजूद लोगों को संबोधित भी किया। पप्पू यादव ने कहा कि दुर्गा पूजा हमारी सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा है और यह हमें हर वर्ष इस बात का बोध कराती है कि असत्य और अन्याय की हार होती है और जीत हमेशा सत्य व् न्याय की होती है। पूर्व सांसद ने कहा कि माँ दुर्गा शक्ति की प्रतीक हैं। जब हम मां की पूजा करते हैं, तो हमें महिलाओं का सम्मान भी करना चाहिए।
बेटियों और महिलाओं में मां का अंश है, इसलिए यह उचित अवसर है – जिस पर हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि हर महिलाओं का हम सम्मान करें और उन पर अत्याचार ना करें। उन्होंने महिषासुर संग्राम की चर्चा करते हुए कहा कि महिषासुर नामक दानव अत्यंत प्रबल और अद्भुत शक्ति धारी था। उसका श्रेष्ठ समर्थन किसी भी देवी-देवता से अधिक था। जब उसने स्वर्ग में अत्याचार शुरू किया, तब देवताओं ने आदि शक्ति माँ से सहायता मांगी। आदि शक्ति माँ ने अपनी देवी रूप में दुर्गा को उत्पन्न किया और वही माँ दुर्गा का अवतार लेकर पापी महिषासुर का वध करके मानवता को कल्याण किये।
वहीं, इस अवसर पर जन अधिकार युवा परिषद के प्रदेश अध्यक्ष राजू दानवीर ने कहा कि दुर्गा पूजा आध्यात्मिकता, सामाजिकता और सांस्कृतिकता का महान उत्सव है, जिसमें माता दुर्गा की पूजा और आराधना कर उनका आवाहन किया जाता है। माता दुर्गा को शक्ति, सामर्थ्य, निर्णायकता और न्याय की प्रतिष्ठा का प्रतीक माना जाता है. यह त्योहार माता दुर्गा की प्रतिष्ठा, शक्ति और सामरिक महत्व का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि हिलसा का प्रसिद्ध महाकाली मंदिर में हर वर्ष शारदीय नवरात्र पर शानदार पूजा का आयोजन किया जाता है।
ऐसा मान्यता है कि इस मंदिर में जो भी भक्त आते हैं, उनकी सभी मनोकामना पूर्ण होती है. उन्होंने कहा कि दुर्गा पूजा के दौरान देवी दुर्गा की नौ रूपों में से एक रूप माता काली का भी पूजन किया जाता है।माता काली की कथा के अनुसार, जब रक्तबीज नामक दानव देवी पार्वती के ऊपर हमला करने की कोशिश की, तो पार्वती ने अपनी क्रोधित रूप में माता काली की रूप में बदल गईं। माता काली ने रक्तबीज को मार डाला और देवताओं को सुरक्षित किया. इसलिए, माता काली का पूजन दुर्गा पूजा में महत्वपूर्ण है।उन्होंने कहा कि हम माँ से हिलसा, नालंदा और समस्त प्रदेश वासियों के कल्याण की कामना करते हैं.
महाकाली मंदिर में माता की पूजा के बाद पप्पू यादव और राजू दानवीर ने देर रात्रि भथहर और थरथरी में भी दुर्गा पूजा पंडाल में जाकर माँ की पूजा अर्चना की। इस दौरान उनकी पार्टी के सभी नेता व् कार्यकर्तागण मौजदू रहे, जिन्होंने पप्पू यादव के साथ मिलकर माँ शेरावाली का जयकारा लगाया।