महाराष्ट्र के नांदेड़ शहर में स्थित एक राजकीय मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में हुई घातक स्वच्छता की कमी के मामले में हलचल मची हुई है। इस अस्पताल में हुई 48 घंटे में 31 मरीज़ों की मौत के बाद, अस्पताल के अंदर के दृश्य कुछ हैरानीजनक हैं।
एक संवाददाता ने डॉ शंकरराव चव्हाण राजकीय मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के नालियों में प्लास्टिक बोतलों और रैपरों की दिखाई दी। इसके अलावा, कचरे के ढेरों पर सूअरों को घूमते हुए देखा गया।
मरीज़ों के रिस्तेदार अस्पताल के अंदर रोजमर्रा के काम जैसे कि दांत मांजना, बर्तन-कपड़े धोना कर रहे हैं। यह दृश्य स्वच्छता की कमी को लेकर सोचने पर मजबूर कर देते हैं। महिला रोज़ के कामों के बारे में बताते हुए कहती हैं, “यहां तो रोज़ का यही हाल होता है…” एक और महिला का कहना है, “हम यहां टॉयलेट भी उपयोग नहीं कर सकते… हमें यहां कोई भी जरुरत का सामान नहीं मिल पाता है, और हमलोग को हर जरूरतों के लिए हमेशा बाहर ही जाना पड़ता है।”
नांदेड़ के इस घातक स्वच्छता के मामले के बाद, स्थानीय अधिकारियों को सख्ती से कार्रवाई करने की आवश्यकता है ताकि मरीज़ों की सुरक्षा और स्वस्थ्य बनाए रखा जा सके।