मणिपुर में जारी जातीय हिंसा के बीच एक दुःखद ख़बर बिहार के नालंदा से आ रही है. जहां शनिवार को हुए मुठभेड़ में नालंदा का एक असम राइफल्स में तैनात जवान की मौत हो गई. जिसके बाद काग़ज़ी कार्रवाई पूरी कर शहीद जवान वीरेंद्र यादव का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव इस्लामपुर प्रखंड के दीनदयालगंज गांव पहुंचा. जिसके बाद ग्रामीणों द्वारा वीरेंद्र यादव अमर रहे के नारे से पूरा गांव गूंज उठा.
बिहार पुलिस से सेवानिवृत्त नालंदा जिले के कैलाश यादव का द्वितीय पुत्र वीरेंद्र कुमार यादव वर्ष 2004 में असम राइफल्स में नौकरी हुआ था. मृतक तीन भाई था .
मौत की ख़बर मिलते ही गांव में दिवाली की खुशियां मातम में बदल गई. शव के गांव पहुंचते ही इलाक़े में मातम पसर गया. शहीद वीरेंद्र कुमार यादव का शव गांव पहुंचते ही नम आंखों से ग्रामीण एक झलक देखने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी और शहीद अमर रहे के नारे लगाए गए.
इस दौरान नालंदा के सांसद कौशलेंद्र कुमार इस्लामपुर के पूर्व विधायक राकेश रौशन के अलावा अन्य लोग मौजूद रहे. जिसके बाद उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर देने के बाद अंतिम विदाई के लिए गांव के पास मसानघाट ले जाया गया. जहां सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण व पुलिस कर्मी मौजूद हुए।