मनीष कश्यप नामक यूट्यूबर के विवादित बयान को लेकर पटना पुलिस के 5 जवानों की सस्पेंडिंग पर गाज गिरी है। तीन दिन पहले, पटना पुलिस की एस्कॉर्ट टीम ने मनीष कश्यप को सिविल कोर्ट के पेशी के लिए लाने गई थी। इस दौरान, मनीष कश्यप ने यूट्यूबर्स के साथ बात करते हुए एक बयान दिया जिसमें वह लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव को निशाने पर लेते हुए कहा कि वह फौजी के बेटे हैं और चारा चोर नहीं हैं। उन्होंने अपने परिवार के युद्ध सेनानियों के बारे में भी बताया और कहा कि वे चुपचाप जेल जाते थे, लेकिन अब उन्हें गंजेड़ी,और नशेड़ी बीच बिठाया जा रहा है।
इस वीडियो के वायरल हो जाने के बाद, पटना पुलिस मुख्यालय ने इस मामले की जांच के लिए पटना एसएसपी राजीव मित्रा को निर्देश दिया। जांच के परिणामस्वरूप, पुलिस मुख्यालय ने पांच पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। इसके अलावा, एस्कॉर्ट टीम में शामिल अन्य पुलिसकर्मियों से भी शो कॉज किया गया है और उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है।
मनीष कश्यप ने पहले एक वीडियो वायरल किया था जिसमें वे तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों के साथ कथित हिंसा का दावा कर रहे थे। बिहार और तमिलनाडु सरकारों ने जांच के बाद इस वीडियो को फर्जी बताया था। इस मामले में, बिहार पुलिस और तमिलनाडु पुलिस ने मनीष कश्यप के खिलाफ मामले दर्ज किए थे। तमिलनाडु सरकार ने उन पर NSA (नेशनल सेक्यूरिटी एक्ट) भी लगाया था। वर्तमान में मनीष कश्यप पटना के बेऊर जेल में बंद हैं।