आज संसद के बजट सत्र की शुरुआत हो गई और पहले ही दिन संसद में गरमा-गरम बहस देखने को मिली। लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान पर जमकर निशाना साधा। इस बहस का केंद्र बिंदु था नीट 2024 पेपर लीक का मामला। आइए जानते हैं इस घटना के प्रमुख पहलू और इससे जुड़ी राजनीतिक हलचल।
अखिलेश यादव का आरोप:

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने संसद में शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान पर जमकर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सरकार कोई और रिकॉर्ड बनाए न बनाए, पेपर लीक का रिकॉर्ड जरूर बनाएगी। अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि नीट परीक्षा में कई ऐसे सेंटर हैं जहां 2 हजार से ज्यादा बच्चे पास हो गए हैं, जबकि कुल सीटें 30 हजार ही हैं। उन्होंने कहा, “जब तक ये शिक्षा मंत्री रहेंगे, बच्चों को न्याय नहीं मिलेगा।”
नीट परीक्षा में गड़बड़ी:

अखिलेश यादव ने बताया कि नीट परीक्षा में गड़बड़ी के कारण कई छात्रों ने अपनी जान दे दी है। उन्होंने कहा कि देशभर में मीडिया और सोशल मीडिया के माध्यम से यह बात सामने आ रही है कि नीट परीक्षा को लेकर छात्र आंदोलित हैं। सीबीआई के छापे पड़ रहे हैं और लोग पकड़े जा रहे हैं। इस स्थिति में छात्रों का भविष्य अंधकार में दिखाई दे रहा है और सरकार को इस पर गंभीरता से कदम उठाने की जरूरत है।
राहुल गांधी का समर्थन:
इस मुद्दे पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट है कि हमारी परीक्षा प्रणाली में बहुत गंभीर समस्या है। सिर्फ नीट में ही नहीं, सभी प्रमुख परीक्षाओं में गड़बड़ी हो रही है। राहुल गांधी ने कहा, “मंत्री ने सभी को दोषी ठहराया है। मुझे नहीं लगता कि यहां जो कुछ हो रहा है वे उसके सिद्धांत को भी समझते हैं।”
परीक्षा प्रणाली में गड़बड़ी:
राहुल गांधी ने आगे कहा कि देश में लाखों छात्र इस बात से चिंतित हैं कि क्या हो रहा है? उन्हें विश्वास है कि भारतीय शिक्षा प्रणाली एक धोखा है। लाखों लोगों को पता है कि आपके पास पैसा है तो आप भारतीय परीक्षा प्रणाली को खरीद सकते हैं। विपक्ष यही सोचता है और यह स्थिति चिंताजनक है।
शिक्षा मंत्री का जवाब:

शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी अखिलेश यादव और राहुल गांधी के आरोपों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि सरकार परीक्षा प्रणाली में सुधार के लिए लगातार प्रयास कर रही है। प्रधान ने कहा कि नीट परीक्षा में हुई गड़बड़ियों की जांच चल रही है और दोषियों को सजा दिलाई जाएगी। उन्होंने विपक्ष से अपील की कि वे इस मुद्दे पर राजनीति न करें और छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए सरकार के साथ मिलकर काम करें।
विपक्ष की मांग:
अखिलेश यादव और अन्य विपक्षी नेताओं ने शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के इस्तीफे की मांग की। उनका कहना था कि जब तक प्रधान इस पद पर रहेंगे, तब तक परीक्षा प्रणाली में सुधार नहीं हो सकेगा और छात्रों को न्याय नहीं मिलेगा। विपक्ष ने संसद में हंगामा करते हुए प्रधान के इस्तीफे की मांग की, जिसे स्पीकर ने बीच-बचाव कर शांत कराने का प्रयास किया।

नीट 2024 पेपर लीक का मामला संसद में गरम बहस का विषय बन गया है। विपक्ष ने शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान पर गंभीर आरोप लगाए और उनके इस्तीफे की मांग की। वहीं, प्रधान ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि सरकार परीक्षा प्रणाली में सुधार के लिए लगातार प्रयास कर रही है और दोषियों को सजा दिलाई जाएगी। इस पूरे मामले ने शिक्षा प्रणाली में व्याप्त गड़बड़ियों और छात्रों की चिंताओं को एक बार फिर उजागर कर दिया है। यह महत्वपूर्ण है कि सरकार और विपक्ष मिलकर इस मुद्दे का समाधान करें ताकि छात्रों का भविष्य सुरक्षित रह सके और परीक्षा प्रणाली में विश्वास बहाल हो सके।