महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण आंदोलन के प्रमुख चेहरा मनोज जरांगे पाटिल की तबीयत बिगड़ गई है। पाटिल को बीड जिले के अम्बा जोगई के थोराट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनकी तबीयत खराब होने का समाचार उनके समर्थन में जुटे लोगों के लिए चिंगारी ला रहा है।
मनोज जरांगे पाटिल के आंदोलनी यात्रा का संक्षेप

मनोज जरांगे पाटिल को मराठा आरक्षण आंदोलन के एक बड़े चेहरे के रूप में जाना जाता है। उन्होंने इस आंदोलन में बहुत साहस और संघर्ष दिखाया है। पाटिल ने विभिन्न आंदोलनों में अपनी भूमिका निभाई है और उन्होंने मराठा समाज के अधिकारों की मांग की है।
आंदोलनी यात्रा का आरंभ
मनोज जरांगे पाटिल की आंदोलनी यात्रा का आरंभ साल 2011 में हुआ था। उन्होंने उस समय से लेकर साल 2023 तक 30 हजार से ज्यादा बार आरक्षण के लिए आंदोलन किया है। उनकी आंदोलनी में कई बार विरोध प्रदर्शन हिंसक होता रहा है और कई बार उनकी तबीयत भी बिगड़ी है।
महत्वपूर्ण रूप से समर्थन में
मनोज जरांगे पाटिल को मराठा समाज के बीच में बहुत बड़ा हौंसला है और उन्हें उनके संघर्ष में महत्वपूर्ण समर्थन मिला है। उनकी बिगड़ी हुई तबीयत ने उनके समर्थन में और भी तेजी लाने का कोशिश किया जा रहा है।
चेहरा बनकर उभरे मनोज जरांगे पाटिल

मराठा आरक्षण आंदोलन के चेहरे मनोज जरांगे पाटिल को महाराष्ट्र ही नहीं, बल्कि देशभर में जानता है। उन्होंने अपने संघर्ष और समर्थन से मराठा समाज के बीच एक महत्वपूर्ण स्थान बनाया है और उन्हें समर्थन जारी है कि उनकी स्वस्थता शीघ्र ही सुधारेगी।
इस दौरान, मनोज जरांगे पाटिल ने मराठा समाज के अधिकारों की रक्षा करने के लिए अपने अदम्य संघर्ष को जारी रखते हुए महत्वपूर्ण और सकारात्मक बदलाव की मांग की है। उनकी स्वस्थता के लिए हम सभी शुभकामनाएं भेजते हैं और उनके समर्थन में जुटे लोगों को संजीवनी बूटी के रूप में उनका समर्थन जारी रखने की प्रेरणा देते हैं।